बिहार बोर्ड इंटर और मैट्रिक में फेल होने वाले और कम नंबर वाले स्टूडेंट्स न घबराएं, यहां पढ़ें आपके पास हैं कई ऑप्शन
- बिहार स्कूल एजुकेशन बोर्ड मार्च और अप्रैल में इंटर और मैट्रिक परीक्षा 2025 का रिजल्ट जारी करता है। अगर किसी उम्मीदवार के कम अंक आए हैं या फिर वो एक या दो विषयों में फेल है, तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है।

बिहार स्कूल एजुकेशन बोर्ड मार्च और अप्रैल में इंटर और मैट्रिक परीक्षा 2025 का रिजल्ट जारी करता है। अगर किसी उम्मीदवार के कम अंक आए हैं या फिर वो एक या दो विषयों में फेल है, तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। कम अंक लाने वालों के लिए बिहार बोर्ड स्क्रूटनी का आयोजन करता है, जिसके जरिए आप अपने नंबर बढ़वा सकते हैं। वहीं जो स्टूडेंट्स दो या इससे अधिक विषयों में फेल होते हैं, उनके लिए कंपार्टमेंटल परीक्षा देने का प्रावधान है। जो कंपार्टमेंट परीक्षा में पास होता है, वह फिर पास माना जाता है। आपको बता दें कि 500 नंबर की बोर्ड परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 33 फीसदी मार्क्स पाना जरूरी है। इससे कम अंक पाने वाले फेल माने जाएंगे। ऐसे में बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर में फेल हुए छात्रों को और जो स्टूडेंट्स किसी वजह से एग्जाम नहीं दे पाए हैं, उन्हें एक और मौका देता है। इंटर और मैट्रिक दोनों क्लासों में फेल हुए स्टूडेंट्स के लिए बिहार बोर्ड कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा का आयोजन करता है। सबसे पहले जान लें कि कौन कंपार्टमेंट परीक्षा दे सकता है। बिहार बोर्ड के 10वीं और 12वीं के ऐसे स्टूडेंट्स जो दो या दो से अधिक विषयों में उत्तीर्ण नहीं हो पाते हैं या फिर जो फॉर्म जमा करने में देरी के कारण वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे, वो बिहार बोर्ड कंपार्टमेंट सह विशेष परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
कब मिलेगी स्क्रूटनी और कंपार्टमेंटल एग्जाम के बारे में जानकारी
आपको बता दें कि स्क्रूटनी औक कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा के लिए आवेदन की तारीख में जानकारी रिजल्ट के दिन ही जारी कर दी जाती है। उसी दिन बताया जाता है कि उम्मीदवार कब से स्क्रूटनी और कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सबसे पहले स्क्रूटनी के बारे में जानते है
स्क्रूटनी का मतलब है कि अगर आपको लग रहा है कि आपके नबंर कम हैं तो आप अपने नंबर बढ़वा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आप स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। आपको इसके लिए आवेदन शुल्क प्रति पेपर देना होगा। इसके लिए कब से रजिस्ट्रेशन करना होगा, इसकी जानकारी रिजल्ट दारी करने के बाद बोर्ड देता है और स्टूडेंट्स आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.com और http://biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर बीएसईबी जांच प्रक्रिया के लिए आवेदन करना होगा। स्क्रूटनी के लिए आवेदन करने के बाद आपकी कॉपी फिर से चेक की जाती है और अंक दिएजाते हैं। आपको बता दें कि इसमें जो अंक दिए जाते हैं, बाद में वही फाइनल अंक माने जाते हैं। आपको बता दें कि स्क्रूटिनी में भी आवेदन करने से पहले अच्छी तरह से अंकों की जांच पड़ताल कर लें, क्योंकि इसमें प्राप्त अंक ही अंतिम माने जाएंगे, फिर चाहे वो और कम अंक हों या फिर अधिक अंक हों। कोई भी विद्यार्थी अपने किसी एक विषय या एक से अधिक या सभी विषयों के प्राप्तांक से असंतुष्ट हों तो संबंधित विषय की उत्तरपुस्तिकाओं की स्क्रूटिनी करा सकते हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट secondary.biharboardonline.com पर 3 से 9 अप्रैल तक 120 रुपये प्रति विषय की दर से निर्धारित शुल्क के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। समिति की वेबसाइट लिंक पर क्लिक कर परीक्षार्थी अपना क्रमांक कोड, क्रमांक संख्या और जन्म तिथि अंकित करते हुए अपना पासवर्ड बनाकर रजिस्टर करेंगे। इस पासवर्ड को परीक्षार्थी भविष्य में अपने उपयोग के लिए सुरक्षित रख सकते हैं।
स्क्रूटनी के तहत किन चीजों में नंबर बढ़ाए जाएंगे
अगर उत्तरपुस्तिका के अंदर के पृष्ठों के अंक मुख पुष्ठ पर अंकित नहीं है, तो उसमें सुधार किया जाएगा।
अगर दिए गए अंकों के योग में कोई गलती हो तो उसमें सुधार किया जाएगा।
अगर कोई प्रश्न चेक होने से छूट गया है तो उसकी चेकिंग की जाएगी। उस चेक कर मार्क्स में सुधार किया जाएगा।
स्क्रूटिनी के परिणामस्वरूप अंक बढ़ सकते हैं , घट सकते हैं या जस के तस रह सकते हैं।
कब होती है कंपार्टमेंटल सह विषेश परीक्षा और कौन दे सकता है कंपार्टमेंटल परीक्षा
बिहार इंटर और मैट्रिक परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से पास होने के लिए एक मौका दिया जाता है। दरअसल ऐसे स्टूडेंट्स जो दो विषयों में या इससे ज्यादा विषयों में फेल हैं, उन्हें बिहार बोर्ड में एग्जाम देने का मौका मिलेगा। इसके लिए कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा बिहार बोर्ड के 10वीं और 12वीं क्लास के नतीजों के बाद आयोजित की जाती है। इसके अलावा किसी कारण से अगर कोई स्टूडेंट्स वार्षिक परीक्षा में लेट होने के कारण बैठ नहीं पाए हैं, तो वो भी कंपार्टमेंटल सह विशेष परीक्षा में बैठ सकते हैं। अभ्यर्थी ध्यान रखें कि वे कंपार्टमेंट एग्जाम में भाग लेने से पहले अच्छी तरह से तैयारी कर लें, क्योंकि फिर कंपार्टमेंटल के मार्क्स ही फाइनल माने जाएंगे। मार्च और अप्रैल में नतीजे आने पर अप्रैल में इसके लिए रजिस्ट्रेशन किया जाता है। इसके लिए सबसे पहले बिहार बोर्ड की वेबसाइट secondary.biharboardonline.com पर आवेदन करना होगा। छात्र-छात्राओं को आवेदन करते समय ऑनलाइन शुल्क भी जमा करना होगा। यह परीक्षा दसवीं और 12वी दोनों क्लासों के लिए अलग-अलग आयोजित की जाएगी।
NIOS भी है ऑप्शन
अगर आप कंपार्टमेंटल एग्जाम में भी फेल हो गए हैं या फिर आप दो से अधिक विषयों में फेल हैं तो आपके पास एनआईओएस से भी 10वीं और 12वीं करने का मौका है। एनआईओएश से एग्जाम देने के भी कऊ फायदे हैं। एनआईओएस में एडमिशन लेने के बाद स्टूडेंट्स को यह फायदा है कि वे अपनी पसंद के विषयों को चुनकर परीक्षा दे सकते हैं। नेशनल स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग घर बैठे पढ़ाई करके एग्जाम दिलवाता है। आप फेल होने पर नेशनल स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (NIOS) में एडमिशन ले सकते हैं। यह उन छात्रों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से परीक्षा में फेल हो जाते हैं। इसके लिए आपको एनआईओएस की वेबसाइट nios.ac.in पर जाना होगा। ऑन डिमांड परीक्षा के तहत मौजूदा स्टूडेंट्स को एग्जाम देना होगा। यहा एडमिशन लेने के लिए आपको पास जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड,पिछली मार्कशीट आदि होनी चाहिए।
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