BPSC निकालेगा 7000 से ज्यादा शिक्षकों की नई भर्ती, BSSTET पास कर सकेंगे आवेदन
- बीपीएससी जल्द ही 7000 से ज्यादा विशेष शिक्षकों की भर्ती की विज्ञप्ति जारी कर सकता है। सामान्य प्रशासन विभाग के जरिए बीपीएससी को अधियाचना जाएगी। इसके बाद बिहार लोक सेवा आयोग नियुक्ति का विज्ञापन जारी करेगा।
बिहार में विशेष शिक्षकों की नियुक्ति जल्द की जाएगी। शिक्षा विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है। इनके पदों का रोस्टर जिलों से विभाग को प्राप्त हो चुका है। अब सामान्य प्रशासन विभाग को इसकी अधियाचना भेजी जाएगी, जिसके माध्यम से यह बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के पास पहुंचेगा। इसके बाद बीपीएससी द्वारा विज्ञापन जारी कर योग्य उम्मीदवारों से आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। राज्य के विभिन्न जिलों में विशेष जरूरत वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए इन शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। पीपीएससी के माध्यम से ही इन शिक्षकों का चयन किया जाएगा। ये सभी शिक्षक दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने में दक्ष होंगे। इनमें प्राथमिक (कक्षा एक से पांच) विद्यालयों में 5534 और मध्य विद्यालयों (कक्षा छह से आठ) में 1745 पदों पर नियुक्ति की जाएगी।
इन पदों पर नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग की तैयारी अंतिम चरण में है। विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पूर्व में ही शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित हुई थी। इस पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही इन पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन दे सकेंगे। इस संबंध में पदाधिकारी बताते हैं कि कुल नौ तरह के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को पढ़ाने के लिए इन शिक्षकों की नियुक्ति की जा रही है। जो बच्चे देख नहीं पाते हैं, अथवा दृष्टि कम है, इसके लिए अलग-अलग विशेषज्ञ शिक्षक होंगे। इसी तरह अन्य विशेष जरूरत वाले बच्चों को भी विशेष शिक्षक पढ़ाएंगे। पदाधिकारी यह भी बताते हैं कि वर्तमान में स्कूलों में ऐसे बच्चों को पढ़ाने की सुविधा नहीं है। इनके लिए जिलास्तर पर विशेष व्यवस्था की गई है। विशेष शिक्षकों की नियुक्ति हो जाने के बाद इन बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था स्कूल के स्तर पर हो जाएगी।
ज्यादा आबादी वाले टोलों में भेजे जाएंगे शिक्षा सेवक
पटना। कोई भी विद्यालय शिक्षा सेवक विहीन न हो, हर घर तक शिक्षा सेवकों की पहुंच हो और संबंधित टोला के विद्यालय में टोला सेवकों का बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का योगदान मिलता रहे। इसके लिए ज्यादा आबादी वाले टोलों के विद्यालयों में अन्य जगहों से शिक्षा सेवक का प्रतिनियोजन किया जाएगा। कम आबादी वाले ऐसे विद्यालय जहां एक से अधिक शिक्षा सेवक हैं। उन्हें अधिक आबादी वाले टोला के विद्यालयों से संबद्ध किया जाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ के निर्देशानुसार राज्य के प्रत्येक विद्यालय से कोई न कोई शिक्षा सेवक के संबद्ध रहने को लेकर निर्देश जारी किया गया था। जिला शिक्षा कार्यालय से टोला सेवकों का रेशनलाइजेशन किया जाएगा।
बिहार में वर्तमान में 20 हजार से अधिक टोला सेवक
बिहार में वर्तमान में 20 हजार से अधिक टोला सेवक हैं। टोला सेवकों अपने टोलों के अभिवंचित वर्ग के बच्चों को स्कूल से जोड़ने, स्कूलों में उपस्थिति को बेहतर करने और जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे उन्हें ढूंढ़कर निकाल, शिक्षा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका है।
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