यूपी की शांभवी को बिहार 32वीं न्यायिक परीक्षा में चौथा स्थान, बिहार के सहायक अभियोजन अधिकारी की परीक्षा की भी हैं टॉपर
- दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विविद्यालय की पूर्व छात्रा शांभवी सांकृत्यायन ने बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया है। पिछले वर्ष बिहार के सहायक अभियोजन अधिकारी की परीक्षा में वे टॉपर रही थीं।
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दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विविद्यालय की पूर्व छात्रा शांभवी सांकृत्यायन ने बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया है। पिछले वर्ष बिहार के सहायक अभियोजन अधिकारी की परीक्षा में वे टॉपर रही थीं। शांभवी डीडीयू से सत्र 2022 की एलएलएम टॉपर भी हैं।
बिहार की 32वीं न्यायिक सेवा प्रतियोगिता परीक्षा- 2023 का परिणाम गुरुवार की रात घोषित कर दिया गया। इसमें गोरखपुर महानगर के राप्तीनगर फेज-1 निवासी शांभवी को चौथा स्थान मिला है। शांभवी ने वर्ष 2023 में बिहार एपीओ की परीक्षा में टॉप किया था। इसके बाद से उन्हें मुजफ्फरपुर में सहायक अभियोजन के पद पर नियुक्ति मिली है। वर्तमान में गया में उनका प्रशिक्षण चल रहा है।
शांभवी ने बताया कि बिहार न्यायिक सेवा की 155 सीटों के लिए पिछले वर्ष ही वैकेंसी निकली थी। मेंस परीक्षा पिछले वर्ष नवम्बर में ही हुई थी। बीते 23 नवम्बर को साक्षात्कार हुआ था। मेंस और इंटरव्यू अच्छा होने के कारण उम्मीद थी कि चयन होगा। परिणाम में चौथा स्थान पाने के बाद उन्होंने घर और विश्वविद्यालय में इसकी खुशी साझा की। शांभवी ने सफलता का श्रेय माता वंदना पाण्डेय, गुरुजनों वेद प्रकाश पाण्डेय व डॉ हरीश चन्द्र पाण्डेय आदि शिक्षकों व परिवार के लोगों को दिया है।
शांभवी के पिता भाष चन्द्र पाण्डेय एसडीएम थे। वर्ष 2011 में उनका निधन हो गया था। उनका सपना था कि बच्चे सफलता की ऊंचाइयों को छुएं। इस दिशा में शांभवी ने बड़ी सफलता हासिल की है। इनकी माता वंदना पाण्डेय गोरखपुर जिलाधिकारी कार्यालय में स्टेनो हैं। इनकी छोटी बहन यशस्वी सांकृत्यायन आईआईएम रोहतक से एमबीए करने के बाद अमेजन चेन्नई में काम करती हैं। छोटे भाई सात्विक सांकृत्यायन नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, हैदराबाद से बीए एलएलबी कर रहे हैं।
एलएफएस की रही हैं छात्रा
शांभवी ने वर्ष 2019 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीए एलएलबी उत्तीर्ण किया था। उससे पहले हाईस्कूल और इंटरमीडिएट लिटिल फ्लावर स्कूल गोरखपुर से की है। शांभवी मूल रूप से कुशीनगर जिले की निवासी हैं। उनकी माता बलिया जिले की हैं।
डीडीयू के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि कुलपति
डीडीयू की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने परिणाम आने के बाद शांभवी को फोन कर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय के लिए गौरवपूर्ण उपलब्धि है। प्रति कुलपति प्रो. शांतनु रस्तोगी, अधिष्ठाता विधि संकाय प्रो. अहमद नसीम, प्रो. जितेन्द्र मिश्र, डॉ वेद प्रकाश राय, डॉ हरीश पाण्डेय, डॉ ओम प्रकाश सिंह, डॉ टीएन मिश्र, डॉ आशीष शुक्ल, डॉ सुमन लता चौधरी व डॉ वंदना सिंह आदि ने बधाई दी है।
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