AICTE : वर्ष 2025 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वर्ष घोषित, 14000 कॉलेजों के 4 करोड़ छात्रों को होगा फायदा
- एआईसीटीई ने वर्ष 2025 को एआई वर्ष घोषित किया है। इस पहल से देश भर के 14,000 से अधिक एआईसीटीई संबंद्ध संस्थानों के 4 करोड़ छात्रों के लाभान्वित होने की उम्मीद है।
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने वर्ष 2025 को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) वर्ष घोषित किया है। इस पहल से देश भर के 14,000 से अधिक एआईसीटीई संबंद्ध संस्थानों के 4 करोड़ छात्रों के लाभान्वित होने की उम्मीद है। इस घोषणा के साथ एआईसीटीई का लक्ष्य उच्च शिक्षा के ढांचे में एआई को शामिल करना, नवाचार, नैतिकता और नेतृत्व को बढ़ावा देना है ताकि भारत को एआई संचालित प्रगति में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित किया जा सके।
एआईसीटीई ने संस्थानों से "हम भारत को एआई में विश्व गुरु बनाने, नवाचार, नैतिकता और शिक्षा में अग्रणी बनाने की प्रतिज्ञा करते हैं" प्रतिज्ञा लेने का आह्वान किया है।
संस्थानों को इस बात के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है कि वे इंटरडिसिप्लिनरी एआई कोर्स और अनुसंधान कार्यक्रम शुरू करें, उद्योग मानकों के अनुरूप एआई प्रयोगशालाएं स्थापित करें और सामाजिक लाभ के लिए नैतिक एआई प्रथाओं को बढ़ावा दें। इसके साथ ही संस्थानों को इस बात के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है कि वे "एआई फॉर ऑल: द फ्यूचर बिगिन्स हियर" नामक राष्ट्रव्यापी पहल में शामिल हों। कार्यशाला, हैकथॉन और गेस्ट लेक्चर के माध्यम से एआई जागरूकता सप्ताह आयोजित करें। नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एआई-संचालित व्यवसायों पर केंद्रित करियर परामर्श कार्यक्रम।
एआईसीटीई एआई शिक्षण में संकाय को बेहतर बनाने के लिए वर्कशॉप और सर्टिफिकेशन की सुविधा प्रदान करेगा। इसके लिए एडोब, सिस्को और आईबीएम जैसे संगठनों के साथ साझेदारी इंटर्नशिप, प्रोजेक्ट और मेंटरशिप के माध्यम से छात्रों के लिए वास्तविक दुनिया के संपर्क को बढ़ाएगी। इसके अलावा परिषद शीर्ष प्रदर्शन करने वाले संस्थानों को एआई उत्कृष्टता के मॉडल के रूप में पुरस्कार और मान्यता से सम्मानित करेगा।
31 दिसंबर तक पेश करें अपना प्लान
एआईसीटीई ने सभी संस्थानों से 31 दिसंबर, 2024 तक अपनी एआई कार्यान्वयन योजनाएं प्रस्तुत करने का आग्रह किया है। एआईसीटीई द्वारा योजनाओं की समीक्षा की जाएगी जिसमें शीर्ष प्रस्तुतियां अन्य संस्थानों के लिए बेंचमार्क के रूप में प्रदर्शित की जाएंगी।
एआसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम ने कहा कि "जैसा कि हम 2025 को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के वर्ष के रूप में समर्पित करते हैं, आइए हम भविष्य के लिए तैयार कार्यबल बनाने के लिए एकजुट हों। साथ मिलकर हम भारत को एआई नवाचार, नैतिकता और शिक्षा में ग्लोबल लीडर के रूप में तैयार कर सकते हैं जो आत्मनिर्भरता और समृद्धि के हमारे साझा दृष्टिकोण को पूरा करता है।"
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