YES बैंक के शेयर की नई रफ्तार, 52 वीक के हाई पर पहुंच गया भाव
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले तीन महीनों में बेहतर आउटलुक से प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक के शेयरों में 35% की वृद्धि दर्ज की गई है। इस बीच, इसी अवधि में एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 8.4% बढ़ा है।
प्राइवेट सेक्टर के YES बैंक का शेयर एक बार फिर रिकवरी के ट्रैक पर लौटता नजर आ रहा है। बीते शुक्रवार को YES बैंक का शेयर 52 वीक के हाई लेवल 18.20 रुपये पर पहुंच गया। हालांकि, कारोबार के अंत में मुनाफावसूली की वजह से शेयर का भाव 1.41% लुढ़ककर 17.50 रुपे पर आ गया। मार्केट कैपिटल 44 हजार करोड़ रुपये के स्तर तक पहुंच गया है।
आपको बता दें कि पिछले तीन महीनों में बेहतर आउटलुक से यस बैंक के शेयरों में 35% की वृद्धि हुई है। इस बीच, इसी अवधि में एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स 8.4% बढ़ा है। बीते कुछ माह से यस बैंक से जुड़ी कुछ पॉजिटिव खबरों की वजह से शेयर में उछाल देखने को मिल रहा है।
पिछले महीने रेटिंग एजेंसियों क्रिसिल और इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) ने यस बैंक के इंस्ट्रूमेंट्स को अपग्रेड किया था। क्रिसिल रेटिंग्स ने टियर- II बॉन्ड और इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड पर रेटिंग को अपग्रेड किया और आउटलुक को 'स्टेबल' से 'पॉजिटिव' में बदला। वहीं, इंडिया रेटिंग्स ने भी यस बैंक की रेटिंग को अपग्रेड किया है।
वहीं, खबर है कि यस बैंक अपनी अगली बोर्ड बैठक में निजी इक्विटी फर्म जेसी फ्लावर्स को 480 बिलियन रुपये (6 बिलियन डॉलर) की स्ट्रेस्ड एसेट्स के हस्तांतरण को मंजूरी दे सकता है। सूत्रों के मुताबिक निजी इक्विटी फर्म सेर्बरस और एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी ऑफ इंडिया के नेतृत्व में एक प्रतिद्वंद्वी संघ ने इस साल की शुरुआत में रुचि की अभिव्यक्ति जमा करने के बाद अपनी बोली वापस ले ली। यह कदम जेसी फ्लावर के लिए यस बैंक के खराब ऋणों को खरीदने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
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