सूरत की हीरा इंडस्ट्री पर लगा ग्रहण, संकट की वजह बना रूस-यूक्रेन युद्ध
सूरत (Surat) शहर हीरों (Diamond के कारोबार के लिए विश्व भर में अलग पहचान बनाने में सफल रहा है। लेकिन रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) की वजह से इस शहर के कारोबार पर मानों ग्रहण लग गया हो।
गुजरात (Gujrat) का सूरत (Surat) शहर हीरों (Diamond के कारोबार के लिए विश्व भर में अलग पहचान बनाने में सफल रहा है। लेकिन रूस और यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) की वजह से इस शहर के कारोबार पर मानों ग्रहण लग गया हो। वैश्विक स्तर पर घटती मांगों की वजह से डायमंड (Diamond Export) के एक्सपोर्ट पर बुरा असर पड़ा है। बता दें, गुजरात के सूरत में विश्व का 85 प्रतिशत रफ डायमंड (Rough Diamond) तैयार किया जाता है।
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65 प्रतिशत की गिरावट
सूरत स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Surat SEZ) के ज्वेलरी आदि के एक्सपोर्ट में 65 प्रतिशत की गिरावट चालू वित्त वर्ष के शुरुआती 4 महीने के दौरान देखने को मिला है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस वित्त वर्ष एक्सपोर्ट 3173 करोड़ रुपये का हुए। जबकि पिछले वित्त वर्ष के इन्हीं 4 महीनों के दौरान एक्सपोर्ट 9064 करोड़ रुपये का था। Surat SEZ में करीब 100 यूनिट बंद हो गए हैं। बता दें, इस साल के टोटल एक्सपोर्ट्स में 85 प्रतिशत हिस्सेदारी ज्वेलरी और जेम्स का है।
Surat SEZ क्षेत्र के फॉरेन ट्रेड एंड डेवलपेंट के एडिशनल डायरेक्टर जनरल वीरेंद्र सिंह कहते हैं, “एक्सपोर्ट में गिरावट की बड़ी वजह यूएस और यूरोपिय देशों से डायमंड का डिमांड घटना है। इस वित्त वर्ष के पहले 3 महीने की तुलना अगर पिछले फाइनेंशियल ईयर के 3 महीनों से करें तो एक्सपोर्ट 70 प्रतिशत गिर चुका है। डायमंड इंडस्ट्री रिकवरी के रास्ते पर दिखाई दे रही है।” उन्होंने कहा कि इस साल मार्च में ईडी ने सागर डायमंड के 4 यूनिट्स पर छापा मारा था। एक्सपोर्ट घटने की वजहों में से एक यह भी है।
क्या है सागर डायमंड का पूरा प्रकरण
इसी प्रकरण की जानकारी रखने वाले अधिकारी के अनुसार अपने छापे के दौरान ईडी ने मुंबई और सूरत से 3 व्यक्तियों को 10 करोड़ रुपये की कीमत के डायमंड, गोल्ड और कैश के साथ गिरफ्तार किया था। कंपनी पर मनी लॉन्ड्रिंग और कर्ज के नाम पर लोगों को ठगने वाली चाइनीज कंपनी से जुड़ाव का आरोप है।
सूरत के हीरे से क्यों परहेज कर रहे हैं लोग?
सूरत के ही दिनेश नवाडिया कहते हैं वैश्विक स्तर पर ज्वेलरी और डायमंड की डिमांड कम हुई है। खासतौर पर यूएस, हॉन्ग-कॉन्ग और चीन में। कई देश जिसमें अमेरिका और यूरोप शामिल है, ये सभी रूस से चीजों को खरीदने से बच रहे हैं। सूरत में आने वाला एक तिमाही रफ डायमंड रूस की कंपनी अररोसा के जरिए आता है।
8 लाख लोगों की नौकरियों का सवाल
रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से सूरत के डायमंड कारोबार पर बुरा असर पड़ा है। मौजूदा समय में सूरत की डायमंड इंडस्ट्री 8 लाख लोग नौकरी कर रहे हैं। बता दें, भारत के कुल एक्सपोर्ट में जेम्स और डायमंड का योगदान 3 लाख करोड़ रुपये का है।
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