सोना 13 दिन में 6693 रुपये उछला, चांदी ने लगाई 21272 रुपये की छलांग, जानें क्यों बढ़ रहे दाम
पिछले 13 कारोबारी दिनों में गोल्ड के मुकाबले सिल्वर करीब साढ़े तीन गुनी रफ्तार से भागी है। 20 जुलाई से 6 अगस्त के बीच सोने का हाजिर भाव जहां 6693 रुपये प्रति 10 ग्राम चढ़ा है तो वहीं चांदी 21272...
पिछले 13 कारोबारी दिनों में गोल्ड के मुकाबले सिल्वर करीब साढ़े तीन गुनी रफ्तार से भागी है। 20 जुलाई से 6 अगस्त के बीच सोने का हाजिर भाव जहां 6693 रुपये प्रति 10 ग्राम चढ़ा है तो वहीं चांदी 21272 रुपये प्रति किलो मजबूत हुई है। 20 जुलाई को सर्राफा बाजार में सोना 49217 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव से बिक रहा था। जबकि चांदी 52345 रुपये किलो के रेट से बिक रही थी। जबकि 6 अगस्त को देशभर के सर्राफा बाजारों में सोने का औसत हाजिर भा 55914 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया तो वहीं चांदी 73617 रुपये किलो पर पहुंच गई। सोना अपने ऑल टाइम हाई पर है।
सोने-चांदी के दाम तेजी के 5 कारण
दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में कमजोरी
डॉलर इंडेक्स में पिछले दो साल में यह सबसे बड़ी गिरावट है, जिससे सोना अन्य देशों के लिए सस्ता हो गया है। केडिया कमोडिटीज के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि डॉलर के कमजोर होने से सोने के भाव में तेजी आ रही है।
अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर
कोरोना वायरस से निपटने और चीन द्वारा हांगकांग के लिए एक सख्त नया सुरक्षा कानून थोपने की वजह से अमेरिका और चीन में एक नए शीत युद्ध की शुरुआत हो चुकी है। वहीं अमेरिका के वायरस रिलीफ पैकेज पर अनिश्चितता के कारण सोने के भाव बढ़ रहे हैं।
कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण
कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। इससे शेयर बाजारों में जहां अनिश्चितता का माहौल है वहीं रियल एस्टेट भी पस्त पड़ा है। इस दौर निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित सोना ही नजर आ रहा है। निवेशकों का रुझान गोल्ड, गोल्ड ईटीएफ और बॉन्ड की तरफ बढ़ा है।
शेयर बाजार में बड़ी गिरावट से निवेशक डरे
कोरोना संकट की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। दुनियाभर के शेयर बाजारों में अनिश्चितता का माहौल है। कई देशों को कोविड-19 संक्रमण के सेकेंड वेब की आशंका ने दोबारा लॉकडाउन करने पर मजबूर होना पड़ा। इसका असर शेयर बाजारों पर पड़ रहा है। इस उथल-पुथल भरे माहौल में निवेशक इक्विटी के बजाय सोने-चांदी को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं।
दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीदारी
शेयर बाजार में गिरावट और अर्थव्यवस्था में संकट के दौर में तमाम फंड मैनेजर पोर्टफोलियो में सोने की हिस्सेदारी बढ़ाते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि सोना सेफ हैवन इन्वेस्टमेंट यानी सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है। केंद्रीय बैंक, फंड मैनेजर्स, स्वतंत्र निवेशक आदि ये सभी लोग पूरी दुनिया में अलग अलग एक्सचेंज पर सोने की खरीदारी कर रहे हैं । सोने के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी रिकॉर्ड उंचाई पर है ।
पिछले 13 कारोबारी दिन में ऐसी रही सोने-चांदी की चाल
तारीख | गोल्ड रेट (रुपये/10 ग्राम) | सिल्वर रेट (रुपये/ किलो ग्राम) |
06 अगस्त 2020 | 55914 | 73617 |
05 अगस्त 2020 | 55448 | 71200 |
04अगस्त 2020 | 54004 | 64735 |
03अगस्त 2020 | 53976 | 64770 |
30 जुलाई 2020 | 53,743 | 63,975 |
29 जुलाई 2020 | 53,013 | 64,300 |
28 जुलाई 2020 | 52,465 | 62,730 |
27 जुलाई 2020 | 52,369 | 64,505 |
24जुलाई 2020 | 51,124 | 59,885 |
23 जुलाई 2020 | 50,703 | 60,785 |
22 जुलाई 2020 | 50181 | 59170 |
21 जुलाई 2020 | 49440 | 54850 |
20 जुलाई 2020 | 49,217 | 52,345 |
स्रोत: ibja
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