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FIFA World Cup Final 2022: फीफा वर्ल्डकप फाइनल में अर्जेंटीना-फ्रांस की ही नहीं, Adidas और Nike की भी होगी टक्कर!

अर्जेंटीना और फ्रांस को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। जहां एक तरफ ये दोनों टीमें आमने-सामने होंगी। वहीं मैदान के बाहर 2 दिग्गज कंपनियों का मुकाबला होगा। इस जंग में एडिडास और नाइकी भी आमने सामने रहेंगी

Tarun Pratap Singh तरुण प्रताप सिंह, नई दिल्लीSun, 18 Dec 2022 10:01 AM
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पर्सनल लोन

FIFA World Cup Final 2022: फुटबॉल प्रेमियों की निगाह कतर में होने वाले फाइनल पर टिकी है। अर्जेंटीना और फ्रांस को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। जहां एक तरफ ये दोनों टीमें आमने-सामने होंगी। वहीं मैदान के बाहर दो दिग्गज कंपनियों का मुकाबला होगा। इस जंग में एडिडास और नाइकी भी आमने सामने रहेंगी। आइए जानते हैं फुटबॉल वर्ल्डकप इन दोनों ब्रांड के लिए इतना खास क्यों हैं? साथ ही समझते हैं बैटल ऑफ ब्रांड्स में कौन किस पर भारी पड़ रहा है। 

दोनों ब्रांड्स के लिए इतना स्पेशल क्यों है फुटबॉल वर्ल्डकप? 

दुनिया भर में स्पोर्ट्स की मार्केट वैल्यू 200 अरब डॉलर की है। इन दोनों ब्रांड्स के बीच असली लड़ाई इसी मार्केट कैप को अपने पक्ष में करने का लेकर है। और फुटबॉल दोनों कंपनियों के लिए एक बड़ा इवेंट है। फुटबॉल की लोकप्रियता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पिछली बार हुए वर्ल्ड कप फाइनल को टीवी पर 1.1 अरब से अधिक लोगों ने देखा था। यही वजह है कि दोनों टीमें दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल को मार्केटिंग के लिए इस्तेमाल करती हैं। और यहीं से शुरू होती इन दोनों कंपनियों के बीच असली जंग - 

....तो यह असल है कहानी! 

1950 के दौर में एडिडास पहली बार फुटबाल में एंट्री करता है। धीरे-धीरे फुटबॉल और एडिडास दोनों एक-दूसरे के पूरक हो जाते हैं। 70 के दशक में एडिडास ने फीफा के लिए स्पॉन्सरशिप से लेकर टीवी राइट्स तक जुटाने तक का काम किया। 1990 तक पहुंचते-2 फुटबाल का 60 प्रतिशत से अधिक मार्केट शेयर हो जाता है। लेकिन तभी नाइकी ने भी कारोबारी में खेल खेलना शुरू कर दिया। कंपनी का लोगो 1994 में पहली बार किसी फुटबाल टीम की जर्सी पर दिखा। और फिर क्या था देखते ही देखते नाइकी ने एडिडास से उसकी बादशाहत को छीन लिया। नाइकी के लिए 2002 का वर्ल्डकप गेमचेंजर साबित हुआ। यह वही साल था जब पहली बार ब्राजील ने नाइकी की जर्सी में फीफा वर्ल्ड कप को उठाया। इसके बाद फिर इस दिग्गज कंपनी ने पलट कर नहीं देखा। 

क्या सिर्फ मार्केटिंग के लिए ही दोनों ब्रांड्स इतना जोर भर रहे हैं? 

इसका जवाब है नहीं। मार्केटिंग के अलावा भी दोनों कंपनियों का बहुत कुछ दांव पर लगा रहता है। एथलेटिक इंट्रेस्ट की रिपोर्ट के अनुसार 1990 में फुटबॉल में जब नाइकी नहीं उतरी थी तब इस खेल से सबंधित सामानों की उसकी सेल्स 40 मिलियन यूरो की थी। वहीं, 2018 में फ्रांस जब फीफा वर्ल्डकप को नाइकी की जर्सी में अपने घर ले गया तब कंपनी की फुटबॉल सबंधित सामानों की सेल्स 2 बिलियन यूरो को क्रॉस कर गई थी। 

स्पॉन्सर करने वाली टीमों के प्रदर्शन का क्या पड़ता है कंपनी के शेयरों पर असर?

2018 में फीफा वर्ल्डकप के दौरान एडिडास जर्मनी को स्पॉन्सर कर रहा था। लेकिन यह टीम टूर्नामेंट से जल्दी ही बाहर हो गई। इंवेस्टमेंंट से जुड़ी वेबसाइट सीकिंग अल्फा की रिपोर्ट के अनुसार जिसकी वजह से तब एडिडास के शेयर वर्ल्डकप के दौरान 6 प्रतिशत तक गिर गए थे। वहीं, दूसरी ओर नाइकी फ्रांस को स्पॉन्सर कर रही थी। टीम विश्वकप जीतती है और कंपनी का शेयर 4 प्रतिशत तक चढ़ जाता है। साल 2014 में इसके उलट था। फाइनल में अर्जेंटीना और जर्मनी पहुंची। दोनों ही टीमों को एडिडास ने स्पॉन्सर किया। जिसमें जर्मनी विजेता होता है। और इसका असर एडिडास की सेल्स में दिखा। 2014 में एडिडास का फुटबाल से संबधित सेल्स 2.1 बिलियन यूरो की रही। जिसमें कंपनी लगभग 10 करोड़ जर्सी बेचने में सफल रही। 

इस बार के वर्ल्डकप में कौन किस पर पड़ रहा है भारी? 

सीकिंग अल्फा की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में नाइकी का एनुअल रेवन्यू 44.53 अरब डॉलर का था। वहीं, एडिडास का 25 अरब डॉलर ही रहा था। नाइकी का यह प्रभुत्व इस बार के फुटबाल वर्ल्डकप में भी साफ दिखाई दे रहा है। एथलेटिक इंट्रेस्ट की रिपोर्ट के अनुसार इस बार वर्ल्डकप में 32 में 16 टीम को नाइकी, 7 टीम को एडिडास और 6 टीम को प्यूमा स्पॉन्सर कर रही है। टॉप 4 में से 2 टीम (फ्रांस और क्रोएशिया) नाइकी, 1 टीम (अर्जेंटीना) एडिडास, और 1 टीम (मोरक्को) को प्यूमा स्पॉन्सर कर रही है। 

जर्सी के अलावा खिलाड़ियों को अपने जूते के लिए अलग स्पॉन्सर डील साइन करने की छूट रहती है। एथलेथिक इंट्रेस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक कतर में 48.9 प्रतिशत खिलाड़ी नाइकी का जूता और 35.2 प्रतिशत खिलाड़ियों ने एडिडास का जूता पहन कर खेला है। यही वजह है कि जब अर्जेटिना और फ्रांस के खिलाड़ी आज मैदान पर उतरेंगे तो गोल और उनके प्रदर्शन के साथ-साथ उनके जूतों और जर्सी पर भी सबकी निगाह रहेगी। बता दें, एडिडास अर्जेंटीना को और नाइकी फ्रांस को स्पॉन्सर कर रही है। 

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