Stock to Buy: जोमैटो खरीदें या पेटीएम, लॉन्ग टर्म के लिए दोनों शेयर में से कौन बेहतर
जोमैटो इस साल अब तक 10 में से 8 महीनों में सकारात्मक रिटर्न दिया है। पेटीएम ने भी इस साल अब तक 10 में से 8 महीनों में सकारात्मक रिटर्न दिया। लॉन्ग टर्म के लिए दोनों में से किसे चुनें?
Zomato Vs Paytm: जोमैटो और पेटीएम के आईपीओ पर निवेशकों की कमजोर प्रतिक्रिया के बाद 2023 में इन दोनों शेयरों में सुधार हो रहा है। यह उनकी प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार, रेवेन्यू में ग्रोथ और हाल की तिमाहियों में खर्चों में गिरावट के कारण आया है। अगर लॉन्ग टर्म के लिए दोनों में से किसी एक स्टॉक को चुनना हो तो किसे चुनेंगे? चलिए विशेषज्ञों से ही समझें कि जोमैटो और वन 97 कम्युनिकेशंस (Paytm) में से किसके पास लंबी अवधि में बेहतर ग्रोथ के मौके हैं।
पिछले एक साल में कौन कितना दिया रिटर्न: पिछले एक साल में जोमैटो के शेयर ने पेटीएम से बेहतर प्रदर्शन किया है। एक साल में जोमैटो 63 फीसद से अधिक उछला है, जबकि पेटीएम केवल 38 फीसद। इस साल अब तक जोमैटो ने 76 फीसद का रिटर्न दिया है, जबकि पेटीएम ने करीब 70 फीसद।
इस साल कौन किस पर भारी: पिछले छह महीने के प्रदर्शन की बात करें तो पेटीएम 40 फीसद से अधिक चढ़ा है, जबकि जोमैटो 75.37 फीसद। जोमैटो आज दोपहर मामूली गिरावट के साथ 106.40 रुपये पर ट्रेड कर रहा था, वहीं पेटीएम 3 फीसद ऊपर 902 रुपये पर।
जोमैटो इस साल अब तक 10 में से 8 महीनों में सकारात्मक रिटर्न दिया है। अप्रैल और अक्टूबर के बीच जोमैटो ने 109 फीसद के साथ मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। हालांकि, इसमें जनवरी और मार्च में क्रमशः 16.10 और 4.67 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी।
पेटीएम ने भी इस साल अब तक 10 में से 8 महीनों में सकारात्मक रिटर्न दिया। अक्टूबर में इसमें 2 फीसद की वृद्धि हुई है, जो अगस्त के बाद से लगातार तीसरे महीने लाभ बढ़ा रहा है। इन 3 महीनों में इसमें 9.4 फीसदी तक की तेजी आई है। हालांकि, जुलाई में इसमें 7.7 फीसदी और जनवरी में 0.2 फीसदी की गिरावट आई। फरवरी और जून के बीच लगातार 5 महीनों तक यह हरे रंग में था, इस अवधि में 63 फीसद से अधिक की वृद्धि हुई।
जोमैटो और पेटीएम का 52 हफ्ते का हाई और लो: जोमैटो अभी भी 16 नवंबर, 2021 को अपने ₹169 के उच्चतम स्तर से 37 फीसद दूर है। हालांकि, इसने हाल ही में 18 अक्टूबर, 2023 को ₹115.10 के अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर को छू लिया। वर्तमान में ₹106.45 पर कारोबार कर रहा है। 27 जुलाई, 2022 को ₹40.60 के अपने रिकॉर्ड निचले स्तर से 162 फीसद ऊपर है। पेटीएम 18 नवंबर, 2021 को अपने ₹1,955 के रिकॉर्ड उच्च स्तर से 55 फीसद से अधिक दूर है। पिछले सप्ताह 20 अक्टूबर, 2023 को यह अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹998.30 पर पहुंच गया था। 23 नवंबर, 2022 को अपने रिकॉर्ड न्यूनतम ₹438.35 से 100 फीसद ऊपर है।
पेटीएम और जोमैटो की वित्तीय सेहत: जून तिमाही में फूड एग्रीगेटर ने पहली बार ₹2 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया, जबकि एक साल पहले की अवधि में ₹186 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। दूसरी ओर, पेटीएम ने FY24 की दूसरी तिमाही में ₹292 करोड़ का समेकित शुद्ध घाटा दर्ज किया। हालांकि, इसका घाटा एक साल पहले की अवधि में बताए गए ₹1,914 करोड़ से 49 फीसद कम हो गया।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
वेंचुरा सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विनीत बोलिंजकर ने पेटीएम के स्थान पर जोमैटो को चुना है। बोलिंजकर ने कहा, " भारत की विकसित होती डिजिटल अर्थव्यवस्था के कारण जोमैटो और पेटीएम दोनों के पास विकास के पर्याप्त अवसर हैं। जोमैटो द्वारा ब्लिंकिट के हालिया अधिग्रहण ने इंस्टैंट किराना डिलीवरी बाजार में प्रवेश की सुविधा प्रदान की है। यह क्षेत्र बड़े पैमाने पर स्टार्टअप्स के कब्जे में है, जिनका कोई प्रमुख खिलाड़ी नहीं है।"
इसके विपरीत, पेटीएम को गूगल पे, फोन पे और विभिन्न बैंकों जैसे स्थापित खिलाड़ियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है। जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और बजाज फाइनेंस भुगतान सेवाओं में कदम रख रहे हैं। ऐसे में पेटीएम की बाजार हिस्सेदारी पर संभावित खतरा है। राइट रिसर्च के संस्थापक और फंड मैनेजर सोनम श्रीवास्तव ने जोमैटो और पेटीएम के बीच लॉन्ग टर्म निवेश के लिए जोमैटो की सिफारिश की है।
(डिस्क्लेमर: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं, लाइव हिन्दुस्तान के नहीं। यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)
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