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शेयर बाजार से बंद हुआ 'स्टॉप लॉस' मार्केट ऑर्डर, निवेशकों पर भी असर, समझें कैसे

बीते दिनों एक SL-M ऑर्डर से कारोबारी समुदाय में काफी नाराजगी थी। SL-M ऑर्डर के तहत ट्रिगर प्राइस तक भाव पहुंचने पर ऑटोमैटिक शेयर बेचा या खरीदा जाता है।

Deepak Kumar लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीFri, 22 Sep 2023 08:35 PM
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बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई ने परंपरागत या एल्गो सिस्टम से पैदा होने वाले गलत सौदा आवंटन रोकने के लिए नौ अक्टूबर से 'स्टॉप लॉस मार्केट' (SL-M) ऑर्डर बंद करने का फैसला किया है। यह कदम हाल ही में 'फ्रीक ट्रेड' यानी शेयर के भाव में अचानक से बहुत कम समय के लिए मौजूदा प्राइस से लुढ़कने और फिर पुराने प्राइस पर वापस आने की घटना के बाद उठाया गया है। इस घटना की वजह से इस महीने की शुरुआत में एक SL-M ऑर्डर से कारोबारी समुदाय में काफी नाराजगी थी। SL-M ऑर्डर के तहत निर्धारित प्राइस तक भाव पहुंचने पर ऑटोमैटिक शेयर बेचा या खरीदा जाता है।

कहां-कहां होगा बंद: बीएसई ने शुक्रवार को एक नोटिस में कहा- गलत सौदा आवंटन को रोकने के कदम के तौर पर इक्विटी सेग्मेंट, इक्विटी डेरिवेटिव, करेंसी डेरिवेटिव, और जिंस डेरिवेटिव में बाजार की स्थिति के साथ 'स्टॉप लॉस' सौदे नौ अक्टूबर से बंद कर दिए जाएंगे।

क्या है इसका मतलब: स्टॉप लॉस एक निवेशक द्वारा अपने नुकसान को सीमित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला तरीका है। आसान भाषा में समझें तो यह निवेशक द्वारा ब्रोकर को एक निश्चित पूर्व निर्धारित प्राइस तक पहुंचते ही सिक्योरिटीज या शेयर को बेच देने का ऑर्डर होता है। इसमें दो विकल्प होते हैं- पहला स्टॉप लॉस ट्रेडर के दिए हुए भाव यानी लिमिट प्राइस पर ट्रिगर होता है। वहीं दूसरा विकल्प स्टॉप लॉस मार्केट होता है, जिसमें स्टॉप लॉस बाजार भाव पर ही ट्रिगर हो जाता है।

क्या कहते हैं एक्सपर्ट: आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि यह गलत ऑर्डर को रोकने के लिए एक अच्छा कदम है क्योंकि इस तरह के अजीब व्यापार नुकसान पहुंचाते हैं और अनावश्यक अस्थिरता पैदा करते हैं। उन्होंने कहा कि छोटे एवं खुदरा कारोबारियों के लिए यह फायदेमंद साबित होना चाहिए।

एनएसई पहले ही कर चुका है बंद: फायर्स के सह-संस्थापक एवं सीईओ तेजस खोडे ने इसे सकारात्मक, प्रगतिशील कदम बताते हुए कहा कि कम मात्रा के दौरान या बाजार मूल्य में तेजी से उतार-चढ़ाव के दौरान SL-M की वजह से भारी उठापटक हो सकती है। यह उपाय व्यापारियों को ऐसी घटनाओं से बचाएगा। साथ ही इस मामले में संचालन को एनएसई के अनुरूप बनाएगा जिसने सितंबर 2021 में SL-M ऑर्डर बंद कर दिया था। खोडे ने कहा कि शेयर कारोबार से जुड़े लोग SL-M ऑर्डर के बजाय 'स्टॉप लॉस लिमिट' (एसएल-एल) ऑर्डर का तरीका अपना सकते हैं। यह दूसरे तरह का स्टॉप-लॉस ऑर्डर है जिसमें केवल एक तय दायरे में ही सिक्योरिटीज को बेचा या खरीदा जाता है। 

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