Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़14 e commerce companies like Amazon Flipkart Snapdeal ready to name the country on products

अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील जैसी 14 ई-कॉमर्स कंपनियां उत्पादों पर देश का नाम देने को तैयार 

ई-कॉमर्स कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म पर बेचे जाने वाले उत्पादों में मूल देश का नाम लिखने पर सहमत हो गई हैं। वाणिज्य मंत्रालय में अधिकारियों और देश की बड़ी 14 ई-कॉमर्स कंपनियों के बीच हुई बैठक में ये...

Drigraj Madheshia विशेष संवाददाता, नई दिल्लीThu, 25 June 2020 09:51 AM
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ई-कॉमर्स कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म पर बेचे जाने वाले उत्पादों में मूल देश का नाम लिखने पर सहमत हो गई हैं। वाणिज्य मंत्रालय में अधिकारियों और देश की बड़ी 14 ई-कॉमर्स कंपनियों के बीच हुई बैठक में ये फैसला लिया गया है। हिंदुस्तान को सूत्रों के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हुई कंपनियों की बैठक में उन्हें साफ कहा गया कि सभी उत्पादों पर ये लिखना जरूरी होगा कि वो किस देश में बने हैं। इस पर बैठक में शामिल रही अमेजन, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील, पेपरफ्राई, नायिका जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां सहमत थी। हालांकि कंपनियों ने ये जरूर कहा आने वाले नए उत्पादों में ये तत्काल प्रभाव से करना संभव होगा, लेकिन पहले से देश में मौजूद उत्पादों में मूल देश का नाम सुनिश्चित करने के लिए समय चाहिए होगा। 

अधिकारियों ने कंपनियों को इसके लिए समय दे दिया है। कंपनियों ने कहा कि इसका आंकलन करके जल्दी ही डेडलाइन के बारे में सरकार को अवगत करा देंगी। कैट समेत तमाम कारोबारी संगठनों ने वाणिज्य मंत्री से इस बात की मांग की थी कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले सामानों पर उत्पादक देश का नाम लिखा जाए। केंद्र सरकार ने गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस यानि जेम के लिए 23 जून से सिर्फ मेड इन इंडिया उत्पादों की की जानकारी अनिवार्य कर दी है। सरकार ने मेक इन इंडिया और मिशन आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए जेम पर विक्रेताओं के लिए उत्पाद का मूल देश बताने के निर्देश दिए हैं। 

यही नहीं वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के तहत चलने वाले विशेष ई-कॉमर्स पोर्टल जेम पर बिकने वाले उत्पादों में स्थानीय मैटेरियल की हिस्सेदारी बताने का भी प्रावधान किया है। जानकारी न देने वाले विक्रेताओं के सामान को पोर्टल से हटाने के भी निर्देश दिए गए हैं। भारत चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच तमाम कारोबारी संगठनों ने खुदरा विक्रेताओं से चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है। वहीं इन संगठनों ने सरकार से भी मांग की थी कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिकने वाले उत्पादों के सामने मूल देश का नाम लिखा जाए।

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