Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Stock crash future group share surges 5 percent today after this good news impacted stock price 2 rupees

₹413 से टूटकर ₹2 पर आया यह शेयर, अब कंपनी को मिला खरीदार, शेयर पर टूटे निवेशक, लगा अपर सर्किट

  • Penny Stock: फ्यूचर ग्रुप की कंपनी फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस लिमिटेड के शेयर आज सोमवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहे। कंपनी के शेयर में आज 5% का अपर सर्किट लग गया।

Varsha Pathak लाइव हिन्दुस्तानMon, 30 Sep 2024 06:09 PM
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Penny Stock: फ्यूचर ग्रुप की कंपनी फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस लिमिटेड के शेयर (Future Lifestyle Fashion Ltd) आज सोमवार को कारोबार के दौरान फोकस में रहे। कंपनी के शेयर में आज 5% का अपर सर्किट लग गया। कंपनी के शेयर आज 2.21 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे। हालांकि, लंबी अवधि में यह शेयर लगातार नुकसान दे करा रहा था। 4 अक्टूबर 2019 में इस शेयर की कीमत 413 रुपये थी। इस हिसाब से पांच साल में इसमें 99% की गिरावट दर्ज की गई है। अब कंपनी के शेयरों में इस तेजी के पीछे एक बड़ी वजह है। दरअसल, दिवाला समाधान प्रक्रिया से गुजर रही फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस लिमिटेड के कर्जदाताओं ने स्पेस मंत्रा और संदीप गुप्ता तथा शालिनी गुप्ता के समूह की बोली को मंजूरी दे दी है।

कंपनी ने क्या कहा?

कंपनी ने बीते शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि फ्यूचर लाइफस्टाइल फैशंस लि. (एफएलएफएल) के कर्जदाताओं की समिति ने समूह की समाधान योजना के पक्ष में मतदान किया है। कंपनी ने कहा, ‘‘स्पेस मंत्रा प्राइवेट लि. और संदीप गुप्ता तथा शालिनी गुप्ता के समूह की समाधान योजना को 27 सितंबर, 2024 को एफएलएफएल के कर्जदाताओं की समिति ने मंजूरी दे दी है।’’ कंपनी ने कर्जदाताओं द्वारा मंजूर योजना का विवरण साझा नहीं किया है। इसने बताया कि एफएलएफएल के लिए कंपनी दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) अवधि 26 अगस्त, 2024 को समाप्त हो गई। कंपनी के समाधान पेशेवर ने 24 अगस्त, 2024 को राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के समक्ष एक आवेदन दायर किया। इसमें कंपनी ने दिवाला समाधान प्रक्रिया अवधि बढ़ाने का आग्रह किया गया है।

 

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दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) की धारा 12(1) के अनुसार, सीआईआरपी 180 दिनों के भीतर पूरा किया जाना चाहिए। हालांकि, इस अवधि को कानूनी विवाद की अवधि को मिलाकर 330 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। ऐसा न होने पर संबंधित कंपनी को परिसमापन के लिए भेजा जाता है। कर्जदाताओं की समिति में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के पास सबसे ज्यादा 22.51 प्रतिशत मतदान अधिकार है। एफएलएफएल ने जून, 2023 में सूचित किया था कि उसके खिलाफ शुरू की गई दिवाला समाधान प्रक्रिया में 12 वित्तीय कर्जदाताओं से कुल 2,155.53 करोड़ रुपये का दावा प्राप्त हुआ था।

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