100000 तक पहुंचेगा सेंसेक्स! शेयर मार्केट की तेजी का आम आदमी पर क्या पड़ेगा असर
- Impacts of stock market boom: शेयर मार्केट बम-बम बोल रह है। सेंसेक्स-निफ्टी की रिकॉर्डतोड़ लेवल पर पहुंचने से आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा, खासकर वो लोग जो शेयर मार्केट से काफी दूर हैं।
दुनिया के शेयर बाजारों में भरतीय शेयर मार्केट का दबदबा बढ़ रहा है। सेंसेक्स-निफ्टी उड़ान भर रहे हैं। सेंसेक्स के एक लाख तक पहुंचने की भविष्यवाणी भी शुरू हो गई। दिग्गज निवेश कंपनी मोबियस इमर्जिंग अपॉर्चुनिटीज फंड के चेयरमैन मार्क मोबियस का कहना है कि अगले पांच वर्षों में सेंसेक्स एक लाख के स्तर को छू सकता है। वे भारतीय शेयर बाजार को लेकर काफी सकारात्मक हैं। उनका उसका मानना है कि अधिक पूंजी प्रवाह आकर्षित करने के लिए भारतीय बाजार का आकार बढ़ने की जरूरत है।
बाजार के सामने चुनौतियां भी
बाजार विश्लेषकों के अनुसार, सेंसेक्स और निफ्टी में रिकॉर्ड ऊंचाई के बाद मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। कई शेयरों का मूल्यांकन उच्चस्तर पर पहुंच गया है, उनमें भारी उतार-चढ़ाव आ सकता है। ऐसे में बाजार में कुछ गिरावट भी देखने को मिल सकती है। साथ ही निवेशक कंपनियों की मजबूत आय वृद्धि पर भी ध्यान केंद्रीय कर रहे हैं।
अगर तिमाही नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं रहते हैं तो बाजार नीचे आ सकता है। इसके अलावा आने वाले दिनों में बाजार की चाल अमेरिकी फेडरल के रुख, वैश्विक भू-राजनीतिक समीकरण और कई देशों में होने वाले चुनाव पर भी निर्भर करेगी।
बाजार में तेजी से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जीडीपी को रफ्तार मिलेगी
कर्मचारियों पर क्या पड़ेगा असर
पीएफ : ईपीएफओ अपनी वार्षिक निधि का 15 फीसदी हिस्सा ईटीएफ में निवेश करता है। बाजार चढ़ने पर संगठन का फंड भी बढ़ता है। पीएफ पर ब्याज दर इस पर भी निर्भर होती है।
एनपीएस : यह पेंशन योजना भी शेयर बाजार से जुड़ी हुई है। शेयर बाजार जितना ऊपर जाएगा, खाताधारकों को उतना ज्यादा रिटर्न मिलेगा।
बुजुर्गों पर क्या पड़ेगा असर: कई पेंशनभोगियों ने पेंशन एन्यूटी प्लान लिए हैं, जो शेयर बाजार में निवेश करते हैं। तेजी आने पर एन्यूटी फंड में इजाफा होगा। अधिक पेंशन हाथ आएगी।
युवाओं पर क्या पड़ेगा असर: शेयर बाजारों से करीब 7,500 कंपनियां जुड़ी हैं। जब इनका पूंजीकरण बढ़ता है तो कंपनियां विस्तार करती हैं। इससे रोजगार के अवसर पैदा होते हैं।
अर्थव्यवस्था पर क्या पड़ेगा असर: बाजार में तेजी से माहौल से कंपनियां आईपीओ से जरिए पैसा जुटाती हैं। उनके लिए विस्तार के रास्ते खुलते हैं। इससे अर्थव्यवस्था में भी तेजी आती है।
सेंसेक्स का सफर
1000 : जुलाई 1990
10,000 : 6 फरवरी 2006
20,000: 29 अक्टूबर 2007
30,000 : 4 मार्च, 2015
40,000 : 23 मई, 2019
50,000 : 21 जनवरी, 2021
60,000 : 24 सितंबर 2021
70,000 : 11 दिसंबर 2023
75,000 : 09 अप्रैल, 2024
दुनिया के शीर्ष बाजारों में भारत की स्थिति
अमेरिका : 54.75
चीन : 9.18
जापान : 6.55
हॉन्गकांग : 4.88
भारत : 4.56
फ्रांस : 3.40
यूके : 3.09
कनाडा : 3.02
(आंकड़े खरब डॉलर में)
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