निफ्टी नेक्स्ट 50 पर फ्यूचर एंड ऑप्शन सौदे आज से, 31 अक्टूबर तक ट्रांजैक्शन चार्ज माफ
- Nifty Next 50: आज से निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स पर फ्यूचर एंड ऑप्शन सौदे शुरू होंगे। निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्कस निफ्टी 50 कंपनियों को छोड़कर निफ्टी-100 से 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें 24 अप्रैल से 31 अक्टूबर के बीच इंडेक्स डेरिवेटिव पर ट्रांजैक्शन चार्ज माफ है।
NSE Next 50: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) बुधवार यानी आज से निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स पर फ्यूचर एंड ऑप्शन सौदे शुरू होंगे। बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) से मंजूरी मिलने के बाद यह कदम उठाया जा रहा है। निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्कस निफ्टी 50 कंपनियों को छोड़कर निफ्टी-100 से 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। फ्यूचर एंड ऑप्शन सौदों के तहत एक्सचेंज तीन मासिक सूचकांक F&O सौदे की पेशकश करेगा।
31 अक्टूबर तक ट्रांजैक्शन चार्ज माफ
निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स पर एफएंडओ कांट्रैक्ट्स के लॉन्च से पहले, एनएसई ने मंगलवार को कहा कि वह 24 अप्रैल से 31 अक्टूबर के बीच इंडेक्स डेरिवेटिव पर ट्रांजैक्शन चार्ज माफ कर देगा। एनएसई निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स पर एफएंडओ अनुबंध लॉन्च करेगा। 24 अप्रैल, अनुबंध आकार या लॉट आकार 10 पर निर्धारित किया जाएगा।
एनएसई ने कहा, "यह निर्णय लिया गया है कि 24 अप्रैल, 2024 (प्रोडक्ट लॉन्च डे) से 31 अक्टूबर, 2024 तक फ्यूचर एंड ऑप्शंस सेगमेंट में निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स (NIFTYNXT50) पर एफएंडओ कांट्रैक्टस में किए गए ट्रेडों पर कोई लेनदेन शुल्क नहीं लगाया जाएगा। "
600 कांट्रैक्ट्स पर क्वांटिटी फ्रीज: इससे पहले एनएसई ने कहा था, निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स के लिए एफएंडओ ट्रेडिंग चक्र तीन क्रमिक मंथली कांट्रैक्ट होगा। एंड डेट माह का अंतिम शुक्रवार होगा। यदि शुक्रवार को ट्रेडिंग हॉलीडे है, तो समाप्ति का दिन पिछला ट्रेडिंग डे होगा। इसमें 600 कांट्रैक्ट्स पर क्वांटिटी फ्रीज तय की गई है।
निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स निफ्टी 50 कंपनियों को छोड़कर निफ्टी 100 से 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है। मार्च के अंत में वित्तीय सेवा क्षेत्र का इंडेक्स वेट में 23.76 प्रतिशत हिस्सा था, इसके बाद कैपिटल गुड्स सेक्टर का 11.91 प्रतिशत और कंज्यूमर सर्विसेज का 11.57 प्रतिशत था। निफ्टी नेक्स्ट 50 को 1 जनवरी 1997 को पेश किया गया था, जिसका बेस डेट और वैल्यू क्रमशः 03 नवंबर 1996 और 1000 था। पिछले कुछ वर्षों में इंडेक्स कंप्युटेशन में संशोधन हुआ है।
इसके बाद उन घटक शेयरों के लिए वेट कैपिंग शुरू की गई, जिन पर डेरिवेटिव उपलब्ध नहीं थे। इसे 2023 में संशोधित कर नॉन-एफएंडओ शेयरों के कम्युलेटिव वेट को 10% तक सीमित कर दिया गया था और इंडेक्स में नॉन-एफएंडओ शेयरों को तिमाही तिथियों पर व्यक्तिगत रूप से 4.5 प्रतिशत तक सीमित कर दिया गया था।
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