अगर फिर बनी मोदी सरकार तो ये शेयर मचाएंगे धमाल!
- Election result vs Share market: पीएम नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने से डिफेंस, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे और कैपिटल गुड्स कंपनियों के शेयरों में तेजी आएगी। अगर किसी भी कारण से सत्तारूढ़ दल को कोई स्पष्ट जनादेश मिला तो यह बाजार के लिए बहुत डरावना साबित होगा।
लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण की वोटिंग 1 जून को होने वाली है। इसी दिन शाम को एक्जिट पोल्स आने शुरू हो जाएंगे और 4 जून को चुनाव के नतीजे तय कर देंगे कि मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता हासिल करेगी या कोई बदलाव होगा। नतीजों को लेकर शेयर मार्केट एक्सपर्ट्स भी सतर्क हैं। अगर नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने में सफल होते हैं तो ऐसे कौन सेक्टर हैं, जिनके शेयरों पर दांव लगाया जा सकता है।
घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड और को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने से डिफेंस, इन्फ्रास्ट्रक्चर, रेलवे और कैपिटल गुड्स कंपनियों के शेयरों में तेजी आएगी।
रामदेव अग्रवाल ने कहा, "ये ऐसे सेक्टर हैं, जहां सरकार फोकस्ड है और इसमें पैसा लगाया है। अगर मोदी वापस फिर सत्ता में आते हैं तो वे और अधिक जोश के साथ जाएंगे। प्रबल संभावना है कि सत्तारूढ़ सरकार बनी रहेगी और अगले 5 वर्षों में इन सेक्टर्स को बूस्ट करते हुए सरकार की ओर से बड़ी कार्रवाई देखेंगे। "
जनमत सर्वेक्षणों के अनुसार, नरेंद्र मोदी की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में लौटने की उम्मीद है, हालांकि कम मतदान से जीत के अंतर को लेकर कुछ चिंता पैदा हो गई हैं। एनॉलिस्टों का मानना है कि मोदी की करारी हार एक असंभावित घटना है, लेकिन उन्हें डर है कि 'अस्पष्ट' जनादेश की स्थिति में बाजार में भारी गिरावट आएगी, जैसा कि दो दशक पहले देखा गया था।
अटल सरकार की करारी हार से बेजार हुआ था बाजार
2004 के चुनाव नतीजों के बाद दो सेशन में भारत का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 17% गिर गया था, जब तत्कालीन सत्तारूढ़ बीजेपी के नेतृत्व वाला NDA सत्ता बरकरार रखने की उम्मीद के बावजूद हार गया था। इंडिया शाइनिंग का नारा उल्टा पड़ा और अटल सरकार को हार का सामना पड़ा।
इन सेक्टर्स के शेयरों में आ चुका है 64 से 480 फीसद तक का उछाल
मोदी ने अपने दो टर्म में भारत के जर्जर बुनियादी ढांचे में सुधार और रक्षा क्षेत्र सहित घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया है। सरकार ने वित्त वर्ष 2025 में 133 अरब डॉलर के रिकॉर्ड बुनियादी ढांचे पर खर्च का प्रस्ताव रखा है। पिछले एक साल में शीर्ष डिफेंस, इन्फ्रास्ट्रक्चर और कैपिटल गुड्स कंपनियों के शेयरों में 64 से 480 फीसद तक का उछाल आया है, जो निफ्टी 50 की एक चौथाई वृद्धि से बेहतर प्रदर्शन कर रही है।
अगर स्पष्ट जनादेश नहीं मिला तो…
अग्रवाल ने कहा, "अगर किसी भी कारण से सत्तारूढ़ दल को कोई स्पष्ट जनादेश मिला तो यह बाजार के लिए बहुत डरावना साबित होगा। चुनाव के बाद बजट में देश की कैपिटल गेन टैक्स व्यवस्था में कोई भी बदलाव बाजार को नुकसान पहुंचा सकता है। कैपिटल गेन टैक्स में बदलाव का मुद्दा निश्चित रूप से चर्चा में है। सरकार ने इससे इनकार नहीं किया है। "
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