सेंसेक्स की रफ्तार तूफानी, पांच साल में 40000 से 80000 पर पहुंचा, अब आगे क्या होगा?
- Sensex Records: इस साल की शुरुआत सेंसेक्स ने तूफानी रफ्तार से की। केवल 58 कारोबारी दिन में यह 75,000 के स्तर के पार निकल गया। जून में तो इसने 7 हजार, 78 हजार और 79 हजार के स्तर को पार किया। अब जुलाई में 80000 को पार कर डाला।
इस साल सेंसेक्स ने अपने सफर की शुरुआत तूफानी रफ्तार से की और अप्रैल 2024 में ही यह 75,000 के स्तर के पार निकल गया। यहां तक पहुंचने में इसे केवल 58 कारोबारी सत्र लगे। फिर जून में इसमें धमाकेदार तेजी आई और इसने तीन हजार अंक की छलांग लगाते हुए 77 हजार, 78 हजार और 79 हजार के स्तर को पार किया।
पांच साल में सेंसेक्स 40000 से 80000 पर पहुंचा
11 दिसंबर, 2023 को 70,000 के स्तर को पार करने के बाद सेंसेक्स को 10,000 अंक जोड़ने में करीब सात महीने या 139 सेशन लगे। जनवरी 1986 में लॉन्च हुए सेंसेक्स ने 6 फरवरी, 2006 को इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान अपना पहला 10,000 का स्तर पार किया। 5 नवंबर, 2007 को सेंसेक्स ने 20,000 का स्तर पार किया और 5 जुलाई, 2019 को इंट्राडे ट्रेड के दौरान 40,000 का स्तर पार किया। सेंसेक्स को 40,000 से 80,000 तक पहुंचने में पांच साल लग गए।
सेंसेक्स में पिछले 10,000 अंकों की तेजी के ये हैं हीरो
इस उछाल के पीछे सरकारी नीतियों में निरंतरता की उम्मीद, उच्च आर्थिक विकास पूर्वानुमान और भारी घरेलू फंड खरीद जैसे कई कारक हैं। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि सेंसेक्स में पिछले 10,000 अंकों की तेजी में रियल्टी, पीएसयू, ऑटो, पावर, कैपिटल गुड्स और मेटल शेयरों का सबसे ज्यादा योगदान रहा, जबकि एफएमसीजी, बैंक और आईटी सेक्टर ने सकारात्मक होने के बावजूद कमजोर प्रदर्शन किया।
आगे क्या जारी रहेगी रैली
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे बेहतर प्रदर्शन कर रही है। देश का चालू घाटा भी कम हुआ है। इससे घरेलू और विदेशी निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। वहीं, वैश्विक स्तर पर भी सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं, जिससे दुनिया में बाजारों में बढ़त देखी जा रही है। सभी की नजरें अमेरिकी फेडरल द्वारा ब्याज दरों में कटौती की घोषणा पर टिकी हैं। अगर कटौती होती है तो शेयरों बाजारों में तेजी का दौर जारी रह सकता है।
निवेशकों ने ₹3.32 लाख करोड़ कमाए
सेंसेक्स और निफ्टी में बैकिंग शेयरों में तेजी और चौतरफा खरीदारी से दोनों इंडेक्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। इस तेजी के चलते शेयर बाजार के निवेशकों को करीब 3.32 लाख करोड़ की कमाई हुई। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बढ़कर 445.50 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन 442.18 लाख करोड़ रुपये था।
बुधवार 3 जुलाई को ऐसा रहा कारोबारी सत्र
सेंसेक्स कारोबार की शुरुआत में 500 अंकों से अधिक की छलांग लगाकर पहली बार ऐतिहासिक 80,000 अंक के स्तर को पार कर गया। कारोबार के अंत में यह 545.35 अंक उछलकर 79,986.80 पर बंद हुआ। एक समय यह 632.85 अंकों की छलांग के साथ 80,074.30 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था। वहीं, निफ्टी 162.65 अंक चढ़कर 24,286.50 के ऑल टाइम हाई पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 183.4 अंक बढ़कर 24,307.25 के नए शिखर पर पहुंच गया था।
बजट 2024 जानेंHindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, इनकम टैक्स स्लैब Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।