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Hindi Newsबिज़नेस न्यूज़Sebi proposes mandatory UPI block secondary market for larger brokers detail is here

शेयर मार्केट में आया UPI ब्लॉक सिस्टम का प्रपोजल, किसके लिए जरूरी, समझें

  • भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अपने परामर्श पत्र में सुझाव दिया है कि पात्र शेयर ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए कैश सेग्मेंट में यूपीआई ब्लॉक सिस्टम का इ्स्तेमाल कर शेयर कारोबार की सुविधा प्रदान करें

Deepak Kumar भाषाThu, 29 Aug 2024 03:37 PM
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शेयर बाजार को रेग्युलेट करने वाली संस्था सेबी ने शेयर ब्रोकरों को ASBA (एप्लीकेशन सर्पोटेड बाई ब्लॉक्ड अमाउंट) सुविधा की तर्ज पर यूपीआई-आधारित ब्लॉक सिस्टम का उपयोग कर ग्राहकों को शेयर बाजार में ट्रांजैक्शन की सुविधा अनिवार्य रूप से देने का प्रस्ताव रखा है। ASBA आईपीओ के लिए आवेदन प्रक्रिया है जिसे सेबी ने विकसित किया है। यह आवेदन आईपीओ लेने के लिए ग्राहक के बैंक खाते में ही आवेदन राशि को ब्लॉक करने का प्राधिकरण होता है।

वैकल्पिक है यूपीआई ब्लॉक सिस्टम

यूपीआई ब्लॉक सिस्टम के तहत ग्राहक अपने बैंक खातों में ब्लॉक की गई राशि के आधार पर शेयर बाजार में लेनदेन कर सकते हैं। यह सुविधा वर्तमान में निवेशकों के लिए वैकल्पिक है और ट्रेडिंग सुविधा देने वाली फर्म के लिए इसे ग्राहकों को सेवा के रूप में पेश करना अनिवार्य नहीं है। शेयर अलॉटमेंट के लिए खाते में राशि ब्लॉक करने की सुविधा ASBA पहले से ही प्राइमरी मार्केट के लिए उपलब्ध है। इससे सुनिश्चित होता है कि निवेशक का पैसा शेयर अलॉट होने की सूरत में ही ट्रांसफर हो।

सेबी के सुझाव

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने अपने परामर्श पत्र में सुझाव दिया है कि पात्र शेयर ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए कैश सेग्मेंट में यूपीआई ब्लॉक सिस्टम का इ्स्तेमाल कर शेयर कारोबार की सुविधा प्रदान करें। सेबी ने यह भी कहा कि शेयर ब्रोकर एएसबीए जैसी सुविधा को अनिवार्य बनाने के विकल्प के रूप में ‘थ्री-इन-वन ट्रेडिंग खाता सुविधा’ दे सकते हैं। इस तरह के खातों में ग्राहकों के पास उनके बैंक खाते में धन होगा, जिससे उन्हें बची हुई नकद राशि पर ब्याज मिलेगा।

थ्री-इन-वन पर भी फैसला

इसके अलावा थ्री-इन-वन सुविधा कैश और डेरिवेटिव कैटेगरी, दोनों के लिए बिना किसी राशि प्रतिबंध के उपलब्ध होगी, जबकि यूपीआई ब्लॉक व्यवस्था का उपयोग करके कारोबार की सुविधा फिलहाल केवल नकद खंड के लिए ही उपलब्ध होगी।

पात्र शेयर ब्रोकर के तौर पर पहचान

कारोबारी सदस्यों को उनके परिचालन के आकार और पैमाने के आधार पर पात्र शेयर ब्रोकर (क्यूएसबी) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। क्यूएसबी के रूप में नामित होने से शेयर ब्रोकरों की जिम्मेदारियां और दायित्व बढ़ जाते हैं। सेबी ने शेयर कारोबार के लिए ब्लॉक तंत्र के माध्यम से व्यापार का बीटा संस्करण इस साल एक जनवरी को जारी किया था। हालांकि इसे केवल नकद खंड पर ही लागू किया गया था। फिलहाल यह सुविधा निवेशकों के लिए वैकल्पिक है और ट्रेडिंग सदस्यों के लिए ग्राहकों को सेवा के रूप में प्रदान करना अनिवार्य नहीं है।

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