जमा पैसे पर अब ज्यादा ब्याज, SBI ने ग्राहकों के लिए शुरू की 2 बड़ी योजनाएं
- एसबीआई ने जमा अट्रैक्ट करने के लिए दो नई योजनाएं लॉन्च की है। यह दो योजना-हर घर लखपति और SBI पैट्रन्स शुरू की हैं। बता दें कि एसबीआई की जमाराशि में लगभग 23 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी है।
अगर आप पैसा बैंक में जमा कर ब्याज कमाने वाले ग्राहकों में से हैं तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल, सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने जमा यानी डिपॉजिट को अट्रैक्ट करने के लिए दो नई योजनाएं लॉन्च की है। यह दो योजना-हर घर लखपति और SBI पैट्रन्स शुरू की हैं।
क्या है डिटेल
एसबीआई ने एक बयान में कहा कि ‘हर घर लखपति’ एक पूर्व-गणना वाली रेकरिंग डिपॉजिट योजना है, जो ग्राहकों को 1,00,000 रुपये या इसके गुणकों में जमा करने में मदद करने के लिए तैयार की गई है। बैंक ने कहा कि यह उत्पाद वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाता है, जिससे ग्राहक प्रभावी ढंग से योजना बना सकते हैं और बचत कर सकते हैं। इसके अलावा, बैंक ने 80 वर्ष और उससे अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सावधि जमा योजना ‘एसबीआई पैट्रन्स’ भी पेश की। यह उत्पाद कई वरिष्ठ ग्राहकों के बैंक के साथ लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को ध्यान में रखते हुए बढ़ी हुई ब्याज दरें प्रदान करता है। ‘एसबीआई पैट्रन’ मौजूदा और नए एफडी ग्राहकों, दोनों के लिए उपलब्ध है।
कितनी है ब्याज दरें
एसबीआई पैट्रन्स की बात करें तो जमाकर्ताओं को वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली ब्याज दर की तुलना में 0.1 प्रतिशत अधिक ब्याज मिलेगा, जबकि रेकरिंग डिपॉजिट योजना, एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट पर दी जाने वाली दरों के समान होगी। फिलहाल, एक वर्ष से अधिक अवधि के लिए एफडी पर ब्याज दर 6.80 प्रतिशत, दो वर्ष से अधिक अवधि के लिए सात प्रतिशत, 3 वर्ष से अधिक और 5 वर्ष से कम अवधि के लिए 6.75 प्रतिशत तथा 5-10 वर्ष के लिए 6.5 प्रतिशत है। रेकरिंग डिपॉजिट जमा की न्यूनतम अवधि 12 महीने (एक वर्ष) तथा अधिकतम अवधि 120 महीने (10 वर्ष) है।
एनआरआई के लिए गुड न्यूज
इस बीच, बैंक ने प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) के लिए एनआरई (गैर-निवासी बाहरी) और एनआरओ (गैर-निवासी साधारण) खाते खोलने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए टीएबी-आधारित एंड-टू-एंड डिजिटल ऑन-बोर्डिंग प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है।
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