9 महीने के हाई पर खुदरा महंगाई, RBI की बढ़ेगी टेंशन!
- सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि खाने-पीने के सामान के दाम बढ़ने के चलते पिछले दो महीनों में 4 प्रतिशत से नीचे रहने के बाद सितंबर में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति नौ महीने के हाई 5.5 प्रतिशत पर पहुंच गई।
Retail inflation: महंगाई के मोर्चे पर बुरी खबर है। देश में रिटेल महंगाई दर सितंबर में बढ़कर 5.49 प्रतिशत पर पहुंच गई। यह अगस्त में 3.65 प्रतिशत थी। सोमवार, 14 अक्टूबर के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सब्जियों के दाम बढ़ने के कारण पिछले दो महीनों में 4 प्रतिशत से नीचे रहने के बाद सितंबर में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति नौ महीने के हाई 5.5 प्रतिशत पर पहुंच गई। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स आधारित मुद्रास्फीति बीते वर्ष के सितंबर माह में 5.02 प्रतिशत थी।
क्या है डिटेल
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की महंगाई सितंबर महीने में उछलकर 9.24 प्रतिशत हो गयी जो इससे पिछले महीने अगस्त में 5.66 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने में 6.62 प्रतिशत थी। एनएसओ ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि सितंबर महीने में मुद्रास्फीति में वृद्धि उच्च तुलनात्मक आधार प्रभाव और मौसम की स्थिति के कारण है।’’ बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है। केंद्रीय बैंक ने महंगाई को लक्ष्य के अनुरूप लाने के मकसद से पिछले सप्ताह पेश मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया था।
थोक महंगाई बढ़कर 1.84 प्रतिशत पर
इससे पहले दिन में जारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मुद्रास्फीति सितंबर में बढ़कर 1.84 प्रतिशत हो गई। खाद्य वस्तुओं खासकर सब्जियों के महंगा होने से थोक मुद्रास्फीति बढ़ी। खाने-पीने के सामानों के दाम बढ़ने और अन्य मैन्युफैक्चरिंग मोटर वाहनों, ट्रेलरों और अर्ध-ट्रेलरों के निर्माण, मशीनरी और उपकरणों के निर्माण आदि की कीमतों में बढ़ोतरी होने से इस साल सितंबर में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई वार्षिक आधार पर इसके पिछले महीने की 1.31 प्रतिशत से बढ़कर 1.84 प्रतिशत हो गई। डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित महंगाई की वार्षिक दर अगस्त 2024 के 3.26 प्रतिशत से बढ़कर सितंबर 2024 में 9.47 प्रतिशत हो गई। वाणिज्य मंत्रालय ने सोमवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा, “सितंबर 2024 में थोक महंगाई में बढ़ोतरी मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों, अन्य विनिर्माण, मोटर वाहनों, ट्रेलरों और अर्ध-ट्रेलरों के निर्माण, मशीनरी और उपकरणों के निर्माण आदि की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)
बजट 2024 जानेंHindi News , Business News की लेटेस्ट खबरें, इनकम टैक्स स्लैब Share Market के लेटेस्ट अपडेट्स Investment Tips के बारे में सबकुछ।