रिलायंस ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए ट्रेडमार्क आवेदन वापस लिया
रिलायंस ने ऑपरेशन सिंदूर नाम को मनोरंजन (एंटरटेनमेंट) के लिए इस्तेमाल करने का इरादा जताया है। ट्रेड मार्क मिलने से फिल्में, शो, कॉन्सर्ट, गेम्स, या फिर ऑडियो-वीडियो कंटेंट बनाने, प्रकाशन सेवाओं में इसका उपयोग करने की अनुमति होगी।

मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने "ऑपरेशन सिंदूर" नाम का ट्रेडमार्क अपने नाम कराने के लिए अप्लाई किया है। यह नाम भारत की उस सैन्य कार्रवाई का कोडनेम है, जो पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई थी। ट्रेड मार्क मिलने से फिल्में, शो, कॉन्सर्ट, गेम्स, या फिर ऑडियो-वीडियो कंटेंट बनाने, प्रकाशन सेवाओं में इसका उपयोग करने की अनुमति होगी। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज का ऑपरेशन सिंदूर को ट्रेडमार्क करने का कोई इरादा नहीं है।
बता दें कि मिडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिलायंस ने यह ट्रेडमार्क 7 मई को "क्लास 41" के तहत अप्लाई किया, जिस दिन यह सैन्य ऑपरेशन हुआ था। कॉमर्स मिनिस्ट्री के ट्रेडमार्क सर्च पोर्टल के मुताबिक, कंपनी ने इस नाम को मनोरंजन (एंटरटेनमेंट) के लिए इस्तेमाल करने का इरादा जताया है। कंपनी का मीडिया और एंटरटेनमेंट विभाग पहले से ही न्यूज, स्पोर्ट्स, फिल्में आदि बनाता है।
ट्रेडमार्क कैसे मिलेगा?
ट्रेडमार्क रजिस्ट्री पहले चेक करेगी कि क्या यह नाम पहले से किसी और ने रजिस्टर किया है। अगर कोई ऑब्जेक्शन नहीं आता, तो इसे गवर्नमेंट की ट्रेडमार्क जर्नल में छापा जाएगा। इसके बाद 4 महीने तक कोई भी व्यक्ति या कंपनी आपत्ति कर सकती है। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो ट्रेडमार्क रिलायंस के नाम हो जाएगा।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे नाम पर ट्रेडमार्क देते समय सावधानी बरतनी चाहिए। अगर यह नाम सरकारी मुहिम जैसा लगता है तो इसे रोका जा सकता है। साथ ही, जनता को गुमराह नहीं किया जाना चाहिए कि यह सरकार से जुड़ा हुआ है।
और किसने किया है अप्लाई?
रिलायंस के अलावा, मुंबई के मुकेश चेत्रम अग्रवाल, जम्मू के ग्रुप कैप्टन कमल सिंह (रिटायर्ड) और दिल्ली के अलोक कोठारी ने भी इसी नाम के लिए ट्रेडमार्क अप्लाई किया है। हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 7 मई को सुबह 10:42 बजे 'ऑपरेशन सिंदूर' के लिए ट्रेडमार्क आवेदन दाखिल करने वाली पहली कंपनी है। अगले 24 घंटों के भीतर बाकी 3 आवेदन दाखिल किए गए, जिनमें अधिनियम की कक्षा 41 के तहत विशेष अधिकार मांगे गए, जिसमें मनोरंजन, शिक्षा, सांस्कृतिक और मीडिया सेवाएं शामिल हैं। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की भारत पोर्टफोलियो आवेदन वेबसाइट पर 7 मई, 2025 को सुबह 10:42 बजे से शाम 6:27 बजे तक की जानकारी दी गई है।
पहले भी हो चुका है ऐसा
2019 के पुलवामा हमले के बाद "सर्जिकल स्ट्राइक" जैसे नामों पर कई फिल्में बनीं और ट्रेडमार्क अप्लाई किए गए। 2016 के उरी हमले के बाद "सर्जिकल स्ट्राइक" नाम से एक मूवी भी आई थी। इसी तरह, रिलायंस भी शायद "ऑपरेशन सिंदूर" नाम से कोई फिल्म, वेब सीरीज या कंटेंट बनाना चाहती है।
सरकार की प्रतिक्रिया
7 मई की रात, रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल के पहलगाम हमले का जवाब थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। सरकार ने कहा, "हमने वादा किया था कि जिम्मेदारों को सबक सिखाया जाएगा, और हमने ऐसा किया।"