रैपिडो ने बनाया नए बिजनेस का प्लान, बढ़ेगी स्विगी-जोमैटो की टेंशन!
- रैपिडो के कुछ अधिकारी रेस्तरां मालिकों से मिल रहे हैं और एक व्यवसाय योजना पर काम कर रहे हैं। इसका मकसद जोमैटो और स्विगी जैसे ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के कमीशन स्ट्रक्चर को चुनौती देना होगा।
ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाली कंपनी स्विगी और जोमैटो की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। दरअसल, राइड-शेयरिंग ऐप रैपिडो भी फूड डिलीवरी सर्विस के कारोबार में शामिल होने की तैयारी कर रही है। द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार रैपिडो ऐप अपने परिचालन को बढ़ाने और नए क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए रेस्तरां मालिकों से बातचीत कर रही है।
रेस्तरां मालिकों से हो रही बात
न्यूज रिपोर्ट के अनुसार रैपिडो के कुछ अधिकारी रेस्तरां मालिकों से मिल रहे हैं और एक व्यवसाय योजना पर काम कर रहे हैं। इसका मकसद जोमैटो और स्विगी जैसे ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म के कमीशन स्ट्रक्चर को चुनौती देना होगा। चर्चाएं अभी भी चल रही हैं और योजनाएं अभी तक अंतिम रूप नहीं दी गई हैं। कंपनी पहले से ही अपने दोपहिया वाहनों का उपयोग करके व्यक्तिगत रेस्तरां के लिए डिलीवरी सर्विसेज प्रोवाइड करती है। बता दें कि रैपिडो ने साल 2015 में बाइक-टैक्सी प्लेटफॉर्म के रूप में अपना परिचालन शुरू किया। एक दशक से भी कम समय मे, यह देश के राइड-शेयरिंग स्पेस में दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
रैपिडो का प्लान
पहले से ही 100 शहरों में मौजूद रैपिडो का लक्ष्य 2025 तक देश भर के 500 शहरों में अपनी सेवा का विस्तार करना है। बीते दिनों रैपिडो के सह-संस्थापक पवन गुंटूपल्ली ने आईपीओ को लेकर योजना के बारे में बताया था। गुंटूपल्ली ने बताया था कि रैपिडो अच्छी वृद्धि दर्ज कर रही है, अच्छी तरह से पूंजीकृत है और स्थिति के आधार पर निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल कंपनी का मुख्य ध्यान वृद्धि पर है।
रैपिडो अपनी ऑटो, बाइक टैक्सी और कैब सेवाओं पर हर दिन लगभग 33 लाख लोगों को यात्रा की सुविधा प्रदान करती है। रैपिडो को स्थायी रूप से वृद्धि करने की उम्मीद है। प्रतिदिन लगभग 33 लाख सवारी में से 50 प्रतिशत से अधिक (15 लाख) दोपहिया श्रेणी में, लगभग 13 लाख सवारी तिपहिया श्रेणी में और पांच लाख सवारी चार पहिया श्रेणी में होती हैं।