टाटा संस के बोर्ड में हुए शामिल नोएल, 13 साल में पहली बार किसी ने किया है ऐसा
- Noel Tata: नोएल टाटा 2011 के बाद से टाटा परिवार के पहले सदस्य होंगे, जो एक साथ टाटा ट्रस्ट्स और टाटा संस दोनों के बोर्ड में सेवा देंगे। टाटा ट्रस्ट्स के पास टाटा संस की 66% हिस्सेदारी है, जो इसे सबसे बड़ा शेयरधारक बनाती है।
नोएल टाटा को शुक्रवार को टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस के बोर्ड में टाटा ट्रस्ट्स के नामिनी के रूप में नियुक्त किया गया। उन्हें रतन टाटा के निधन के बाद पिछले महीने चेयरमैन बनाया गया था। इस मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि दिवाली की पूर्व संध्या पर आयोजित टाटा संस की एक एक वर्चुअल मीटिंग में इस आशय का एक ऑनलाइन प्रस्ताव पारित किया गया।
टाटा ट्रस्ट्स और टाटा संस दोनों के बोर्ड में सेवा देंगे: नोएल टाटा टाटा समूह की अन्य कंपनियों के बोर्ड में बने हुए हैं। वह 2011 के बाद से टाटा परिवार के पहले सदस्य होंगे, जो एक साथ टाटा ट्रस्ट्स और टाटा संस दोनों के बोर्ड में सेवा देंगे। टाटा ट्रस्ट्स के पास टाटा संस की 66% हिस्सेदारी है, जो इसे सबसे बड़ा शेयरधारक बनाती है। नोएल टाटा, सिंह, श्रीनिवासन और मेहली मिस्त्री वर्तमान में टाटा ट्रस्ट्स को नियंत्रित करने वाली कार्यकारी समिति का गठन करते हैं। इकोनॉमिक टाइम्स की इस खबर पर टाटा संस ने कोई टिप्पणी नहीं की।
टाटा संस बोर्ड में 9 डायरेक्टर
टाटा संस के आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन (AoA) के अनुसार, ट्रस्ट बोर्ड के एक तिहाई निदेशकों को नामित कर सकते हैं। वर्तमान में टाटा संस बोर्ड में 9 डायरेक्टर। इसमें चेयरमैन एन चंद्रशेखरन सहित दो कार्यकारी निदेशक, नोएल टाटा, श्रीनिवासन और सिंह सहित तीन गैर-कार्यकारी निदेशक और चार स्वतंत्र निदेशक हैं।
चंद्रशेखरन से की मुलाकात
अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, नोएल टाटा ने अपनी नियुक्ति के बाद चंद्रशेखरन से मुलाकात की, जिससे दोनों के बीच "स्वस्थ कामकाजी संबंध" की शुरुआत हुई। नोएल टाटा वर्तमान में टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्प, ट्रेंट और वोल्टास के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चेयरमैन के रूप में कार्य करते हैं। जबकि, टाइटन और टाटा स्टील में उपाध्यक्ष और गैर-कार्यकारी निदेशक का पद भी संभालते हैं।
रतन टाटा टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन और टाटा संस के मानद चेयरमैन थे। 2022 में टाटा संस बोर्ड ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपने AoA में संशोधन किया कि एक ही व्यक्ति दोनों का प्रमुख न हो। 67 वर्षीय टाटा ने 65 वर्ष की आयु में समूह की कंपनियों में अपनी कार्यकारी भूमिकाओं से इस्तीफा दे दिया। यह वह आयु है, जिस पर समूह ऐसी सेवानिवृत्ति अनिवार्य करता है। कार्यकारी अधिकारियों को भी 70 वर्ष की आयु में सभी बोर्ड पदों को छोड़ना आवश्यक है।
ट्रस्टी या चेयरमैन के लिए सेवानिवृत्ति की कोई आयु नहीं
हालांकि, किसी ट्रस्टी या चेयरमैन के लिए सेवानिवृत्ति की कोई आयु नहीं है। समूह के करीबी विशेषज्ञों ने कहा कि नोएल टाटा के समूह कंपनियों की अध्यक्षता जारी रखने पर कोई कानूनी या संविदात्मक प्रतिबंध नहीं हैं, क्योंकि यह एक गैर-कार्यकारी भूमिका है।
नोएल टाटा के कार्य
नोएल टाटा अप्रैल 2014 में एफएच कवराना के उत्तराधिकारी के रूप में समूह के रिटेल सेगमेंट ट्रेंट के चेयरमैन बने। उनके नेतृत्व में, रिटेल चेन का रेवेन्यू 430% बढ़कर वित्त वर्ष 2014 में 2,333 करोड़ रुपये से वित्त वर्ष 2024 में 12,375 करोड़ रुपये हो गया तब से, कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 17 में 6,404 करोड़ रुपये से दोगुना होकर वित्त वर्ष 24 में 12,481 करोड़ रुपये हो गया। अगस्त 2017 से शेयर में लगभग 300% की वृद्धि हुई है।
टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्प, दूसरी कंपनी जहां नोएल टाटा चेयरमैन के रूप में कार्य करते हैं, मुख्य रूप से सूचीबद्ध और गैर-सूचीबद्ध इक्विटी शेयरों में निवेश करने में लगी हुई है। पिछले पांच वर्षों में कंपनी के शेयर ने 705% रिटर्न दिया है, जो निफ्टी से काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, जिसने उसी अवधि के दौरान 102% रिटर्न दिया।
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