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एनबीएफसी धड़ल्ले से बांट रहे गोल्ड लोन, आरबीआई ने जताई चिंता

  • गोल्ड लोन में जबरदस्त इजाफे से आरबीआई के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। नॉन-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) धड़ल्ले से गोल्ड लोन बांट रही हैं। भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में गोल्ड लोन में हाल ही में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई है।

Drigraj Madheshia एएनआईThu, 2 Jan 2025 11:17 AM
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गोल्ड लोन में जबरदस्त इजाफे से आरबीआई के माथे पर चिंता की लकीरें हैं। नॉन-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (NBFC) धड़ल्ले से गोल्ड लोन बांट रही हैं। भारतीय रिजर्व बैंक की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में गोल्ड लोन में हाल ही में मजबूत वृद्धि दर्ज की गई है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर 2024 को समाप्त होने वाली अवधि में सोने के बदले लोन में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में तेजी से वृद्धि देखी गई। इस वृद्धि ने वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कोलैटरल के रूप में सोने पर बढ़ती निर्भरता को उजागर किया। आरबीआई ने कहा "सितंबर 2024 को समाप्त होने वाली अवधि में गोल्ड लोन में एक साल पहले की तुलना में तेजी से वृद्धि हुई है।"

हालांकि, आरबीआई ने रिपोर्ट में गोल्ड लोन में शामिल कुछ पर्यवेक्षित संस्थाओं (एसई) के बीच अनियमित प्रथाओं पर भी चिंता जताई। इन मुद्दों पर आरबीआई ने कहा कि उसने 30 सितंबर, 2024 को गाइडलाइन जारी किए थे। इसमें एसई से गोल्ड लोन के लिए अपनी नीतियों, प्रक्रियाओं और प्रथाओं की समीक्षा करने का आग्रह किया गया था। पहचाने गए अंतरालों में आउटसोर्सिंग प्रथाओं में कमियां, सोने के मूल्यांकन में विसंगतियां और लोन फंड के अंतिम उपयोग की अपर्याप्त निगरानी शामिल हैं।

कुल गोल्ड लोन में एनबीएफसी की हिस्सेदारी 59.9 प्रतिशत

ये दिशा-निर्देश कुछ एसई में गोल्ड लोन पोर्टफोलियो के तेजी से विस्तार के जवाब में आए हैं और इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विकास टिकाऊ हो और इसमें कोई गड़बड़ी न हो। आरबीआई ने कहा कि मार्च 2024 तक बैंकों और एनबीएफसी द्वारा वितरित कुल गोल्ड लोन में एनबीएफसी की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी 59.9 प्रतिशत थी। यह सोने के आभूषणों और गहनों के बदले ऋण की मांग को पूरा करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की पुष्टि करता है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "एनबीएफसी ने मार्च 2024 के अंत तक कुल गोल्ड लोन (बैंक और एनबीएफसी दोनों) में 59.9 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ सोने के आभूषणों और गहनों को गिरवी रखकर कर्ज देने में अपना दबदबा बनाए रखा"।

दो-तिहाई से अधिक की गिरावट

रिपोर्ट में अन्य रिटेल लेंडिंग कैटेकरी में क्रेडिट ग्रोथ में मंदी का भी उल्लेख किया गया है। सितंबर 2023 से इनसिक्योर्ड पर्सनल लोन के ग्रोथ में उल्लेखनीय गिरावट आई है। जबकि, रिटेल एडवांस कैटगरी के भीतर माइक्रोफाइनेंस और स्वयं सहायता समूह के लोन के ग्रोथ रेट में पिछले वर्ष में दो-तिहाई से अधिक की गिरावट देखी गई है।

क्या चाहता है आरबीआई

पारदर्शिता और अनुपालन पर आरबीआई का जोर उधारकर्ताओं के हितों की रक्षा और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए उसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। चूंकि, एनबीएफसी गोल्ड लोन सेगमेंट में लीडर बने हुए हैं, इसलिए इन नियामक उपायों से इस महत्वपूर्ण ऋण बाजार में विश्वास और दक्षता को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

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