हर शेयर पर डिविडेंड, रेवेन्यू में उछाल, इस सरकारी कंपनी पर दांव लगाने की मची होड़
- Mazagon Dock share: सरकारी कंपनी- मझगांव डॉक के बोर्ड ने मंगलवार को ₹3 प्रति शेयर के अपने दूसरे अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दे दी है और इसके लिए रिकॉर्ड तिथि 16 अप्रैल तय की गई है।

Mazagon Dock share: सरकारी कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने अपने निवेशकों को डिविडेंड देने का ऐलान किया है। मझगांव डॉक के बोर्ड ने मंगलवार को ₹3 प्रति शेयर के अपने दूसरे अंतरिम डिविडेंड को मंजूरी दे दी है और इसके लिए रिकॉर्ड तिथि 16 अप्रैल तय की गई है। इस अंतरिम डिविडेंड का भुगतान निवेशकों को 7 मई 2025 को या उससे पहले पूरा किया जाएगा।
इस खबर के बीच मंगलवार को मझगांव डॉक के शेयर को खरीदने की लूट मच गई। सप्ताह के दूसरे दिन शेयर करीब 5 फीसदी चढ़कर 2446 रुपये के स्तर तक पहुंच गया। इस डिफेंस स्टॉक में दो वर्षों में 701% की वृद्धि हुई है और तीन वर्षों में 1964% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कंपनी ने राजस्व की दी जानकारी
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने राजस्व के बारे में जानकारी दी है। कंपनी ने बताया कि वित्तीय वर्ष के लिए मझगांव डॉक का अनंतिम राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 12% बढ़कर ₹10776 करोड़ हो गया, जो पिछले वर्ष के ₹9466 करोड़ के आंकड़े से अधिक है।
सरकार ने लॉन्च किया था ऑफर फॉर सेल
सरकार द्वारा इस डिफेंस कंपनी में कुछ हिस्सेदारी बेचने के लिए लॉन्च किए गए ऑफर फॉर सेल (OFS) के कारण चर्चा में है। बीते शुक्रवार को ऑफर किए गए शेयरों की तुलना में गैर-खुदरा हिस्से में 1.4 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन हुआ। हालांकि, सोमवार को शेयर में तेज गिरावट देखी गई, जिसके बाद शेयर OFS फ्लोर प्राइस ₹2,525 प्रति शेयर से नीचे गिर गया। बता दें कि दिसंबर तिमाही के अंत में मझगांव डॉक में सरकार की 84.8% हिस्सेदारी थी।
कैसे रहे तिमाही नतीजे
दिसंबर तिमाही में मझगांव डॉक ने प्रॉफिट में साल-दर-साल (YoY) 29 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। 31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही में प्रॉफिट 807 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 627 करोड़ रुपये था। परिचालन से राजस्व में सालाना आधार पर 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 3,144 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 2,362 करोड़ रुपये था। एबिटा सालाना आधार पर 51 प्रतिशत बढ़कर 817 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की तीसरी तिमाही में 539 करोड़ रुपये था।