एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने IPO प्लान को रोका, क्यों आई यह नौबत, समझें
- LG Electronics IPO: बीते मार्च महीने में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड को आईपीओ से पूंजी जुटाने को मंजूरी दे दी थी।

LG Electronics IPO: एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं तो ये खबर आपको निराश कर सकती है। दरअसल, स्थानीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपनी भारतीय इकाई के आईपीओ पर काम रोक दिया है। ब्लूमबर्ग न्यूज की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण कोरियाई कंपनी ने अपने आईपीओ में संभावित निवेशकों से मिलने के लिए इस साल की शुरुआत में रोड शो शुरू किया लेकिन भारतीय इकाई को पहले की अपेक्षा कम वैल्यूएशन का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि मार्च महीने में सेबी ने एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया लिमिटेड को आईपीओ से पूंजी जुटाने को मंजूरी दे दी थी।
वैल्यूएशन में गिरावट संभव
रिपोर्ट में कहा गया है कि घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट के बाद एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का वैल्यूएशन 10.5 बिलियन डॉलर से 11.5 बिलियन डॉलर के बीच गिर सकता है जबकि पहले 15 बिलियन डॉलर तक की उम्मीद थी। रिपोर्ट के मुताबिक एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने अपने सलाहकारों से कहा है कि अगर बाजार की स्थिति में सुधार होता है तो आईपीओ पर काम फिर से शुरू किया जा सकता है।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने कहा- आईपीओ के लिए प्रक्रियाएं अभी चल रही हैं। लिस्टिंग पर अंतिम निर्णय बाजार की स्थितियों और अन्य प्रासंगिक कारकों के आधार पर किया जाएगा। हम बाजार पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और एक रणनीतिक समय पर विचार करेंगे जो कंपनी के उचित मूल्यांकन को सुनिश्चित करे।
1997 में वजूद में आई कंपनी
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक की सहायक कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया की स्थापना 1997 में हुई थी। हैवेल्स इंडिया लिमिटेड, वोल्टास लिमिटेड, व्हर्लपूल ऑफ इंडिया लिमिटेड और ब्लू स्टार लिमिटेड जैसे सूचीबद्ध उद्योग साथियों की तुलना में एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने वित्त वर्ष 2024 में परिचालन और प्रति शेयर आय (ईपीएस) से उच्चतम राजस्व प्राप्त किया।
बाजार में उथल-पुथल वाला माहौल
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बार-बार टैरिफ लगाने से निवेशकों में एक तरह की अनिश्चितता पैदा हुई है और वैश्विक स्तर पर बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है। हालांकि, भारत का शेयर बाजार रिकवर हुआ है लेकिन अब भी इसका बेंचमार्क निफ्टी 50 इंडेक्स सितंबर 2024 में अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से लगभग 8% दूर है।