घरेलू शेयर मार्केट का बुरा हाल, दुनिया के बाजारों के सामने सेंसेक्स-निफ्टी की उल्टी चाल
- Stock Market: 5 महीने में सेंसेक्स 12 फीसदी और निफ्टी 13 फीसदी गिरा है। इसके विपरीत चीन का शंघाई इंडेक्स इस साल 0.23 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 17 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 10 फीसदी बढ़ा है।
Stock Market: बीते 5 महीने में सेंसेक्स 12 फीसदी और निफ्टी 13 फीसदी गिरा है। इस साल में दोनों सूचकांक 4.3 फीसदी टूट चुके हैं। इस दौरान मिडकैप में 20 फीसदी और स्मॉलकैप में 23 की गिरावट आई है। इसके विपरीत चीन का शंघाई इंडेक्स इस साल 0.23 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 17 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 10 फीसदी बढ़ा है। यही नहीं यूरोप प्रमुख बाजार डैक्स, कैक और फिटसी में 13 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। नए साल के पहले दो महीनों में अमेरिकी बाजार के सूचकांक डॉऊ जोन्स में 2.44 फीसदी, एसएंडपी 500 में 2.46 फीसदी और नैस्डेक में 1.26 फीसदी की तेजी दर्ज हुई है।
सोमवार का हाल
अमेरिकी बाजार में कमजोरी और जवाबी टैरिफ लगाए जाने को लेकर चिंताओं के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने से प्रमुख शेयर सूचकांकों में सोमवार को लगातार पांचवें दिन गिरावट जारी रही। बीएसई सेंसेक्स 850 अंक से अधिक टूटकर 75,000 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे आ गया। सेंसेक्स 856.65 अंक टूटकर 74,454.41 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 923.62 अंक तक लुढ़क गया था। निफ्टी 242.55 अंक की गिरावट के साथ 22,553.35 पर बंद हुआ।
बीते 5 महीने में सेंसेक्स 12 फीसदी और निफ्टी 13 फीसदी गिरा है। इस साल में दोनों सूचकांक 4.3 फीसदी टूट चुके हैं। इस दौरान मिडकैप में 20 फीसदी और स्मॉलकैप में 23 की गिरावट आई है। इसके विपरीत चीन का शंघाई इंडेक्स इस साल 0.23 फीसदी, हांगकांग का हैंगसेंग 17 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी 10 फीसदी बढ़ा है। यही नहीं यूरोप प्रमुख बाजार डैक्स, कैक और फिटसी में 13 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। नए साल के पहले दो महीनों में अमेरिकी बाजार के सूचकांक डॉऊ जोन्स में 2.44 फीसदी, एसएंडपी 500 में 2.46 फीसदी और नैस्डेक में 1.26 फीसदी की तेजी दर्ज हुई है।
सोमवार का हाल
अमेरिकी बाजार में कमजोरी और जवाबी टैरिफ लगाए जाने को लेकर चिंताओं के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने से प्रमुख शेयर सूचकांकों में सोमवार को लगातार पांचवें दिन गिरावट जारी रही। बीएसई सेंसेक्स 850 अंक से अधिक टूटकर 75,000 के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे आ गया। सेंसेक्स 856.65 अंक टूटकर 74,454.41 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 923.62 अंक तक लुढ़क गया था। निफ्टी 242.55 अंक की गिरावट के साथ 22,553.35 पर बंद हुआ।
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5 दिन में सेंसेक्स 1,542.45 लुढ़का
पिछले पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 1,542.45 अंक यानी दो प्रतिशत गिर चुका है। इस दौरान निफ्टी में 406.15 अंक यानी 1.76 प्रतिशत की गिरावट आई। इस दौरान सेंसेक्स का बाजार मूल्यांकन चार खरब डॉलर से नीचे उतर आया है, जो इसका 14 माह का निचला स्तर है। छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक में 1.31 प्रतिशत की गिरावट आई और मझोली कंपनियों का बीएसई मिडकैप सूचकांक 0.78 प्रतिशत टूटकर बंद हुआ।
शेयर मार्केट में गिरावट की वजहें
1. टैरिफ वॉर में तेजी आने की संभावना
2. विदेशी संस्थागत निवेशकों की तेज निकासी
3. चीन का आकर्षक बाजार बना चुनौती
4. जीडीपी में सुस्ती और महंगाई को लेकर चिंता
5. ब्याज दरों कटौती को लेकर बदलता अमेरिकी रुख
प्रतिकूल वैश्विक परिस्थितियों ने घरेलू बाजार पर दबाव बनाना जारी रखा है और लगातार अस्थिरता के कारण खुदरा निवेशकों में अनिश्चितता पैदा हो रही है। बाजार अमेरिका के उच्च जवाबी टैरिफ लगाने की आशंका से अधिक चिंतित है, जिसका असर भारत सहित विकासशील देशों पर पड़ सकता है। साथ ही, एफआईआई की भारत से निकासी की रणनीति जारी रहने से बाजारों पर भारी दबाव बना हुआ है।
थम नहीं रही विदेशियों की लगातार निकासी
सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 6268 करोड़ रुपये की बिकवाली की। गौरतलब है कि विदेशी निवेशकों ने इस महीने अब तक इक्विटी बाजारों से 30 हजार करोड़ रुपये से अधिक निकाले हैं। इसके साथ ही 2025 में कुल निकासी एक लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है।
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