HDFC बैंक की कंपनी का आ रहा IPO, सेबी ने दी हरी झंडी, चेक करें डिटेल
एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में 94.6 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली मूल कंपनी एचडीएफसी बैंक आईपीओ के हिस्से के रूप में ऑफर फॉर सेल के माध्यम से ₹10,000 करोड़ मूल्य के शेयर बेचेगी।

HDB Financial Services IPO: प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक की सहायक इकाई एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज (एचडीबीएफएस) लिमिटेड के आईपीओ का इंतजार खत्म होने वाला है। दरअसल, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज के ₹12500 करोड़ के आईपीओ को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी मिल गई है।
आईपीओ की डिटेल
आपको बता दें कि आईपीओ में फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल, दोनों ही शामिल है। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में 94.6 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली मूल कंपनी एचडीएफसी बैंक आईपीओ के हिस्से के रूप में ऑफर फॉर सेल के माध्यम से ₹10,000 करोड़ मूल्य के शेयर बेचेगी। यह छह वर्षों में एचडीएफसी बैंक समूह का पहला सार्वजनिक फ्लोट है। मौजूदा शेयरधारक भी ऑफर फॉर सेल के माध्यम से आईपीओ में कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज आईपीओ में ₹2500 करोड़ का फ्रेश इश्यू शामिल है।
कंपनी के बारे में
साल 2007 में वजूद में आई एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज सिक्योर और अनसिक्योर लोन प्रोवाइड करती है और पूरे भारत में इसकी 1,680 से अधिक शाखाएं हैं। एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज ने जून तिमाही को लगभग 13,300 करोड़ रुपये की शुद्ध संपत्ति के साथ बंद किया। एनबीएफसी की लिस्टिंग केंद्रीय बैंक के नए मानदंडों का पालन करती है।
बता दें कि एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज को सूचीबद्ध करने का निर्णय अक्टूबर 2022 में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आदेश का पालन करता है, जिसके तहत अपर लेयर की एनबीएफसी को स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होना आवश्यक है।
इस कंपनी ने गोपनीय मार्ग से जमा कराए दस्तावेज
इस बीच, एईकस ने आईपीओ लाने के लिए गोपनीय मार्ग के जरिये बाजार नियामक सेबी के समक्ष प्राथमिक दस्तावेज दाखिल किए हैं। सेबी के समक्ष दाखिल आईपीओ दस्तावेज के अनुसार, एईकस का लक्ष्य इसके जरिये करीब 20 करोड़ डॉलर जुटाने का है। आईपीओ पूरी तरह से फ्रेश इश्यू पर आधारित है और इसमें काई बिक्री पेशकश (ओएफएस) शामिल नहीं है।