ईरान-इजरायल में युद्ध से क्या बढ़ जाएंगी पेट्रोल, डीजल, एलएनजी की कीमतें
- ईरान और इजरायल में संघर्ष भारत के पेट्रोल, डीजल, गैस के उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है। चुनाव बाद इन चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं। अभी दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये लीटर और डीजल 87.62 रुपये लीटर है।
Petrol Diesel Prices: इस समय भारत में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं और उधर मीडिल-ईस्ट में तनाव। ईरान और इजरायल में संघर्ष भारत के पेट्रोल, डीजल, गैस के उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है। चुनाव बाद इन चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं। अभी दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये लीटर और डीजल 87.62 रुपये लीटर है।
ईरान-इजरायल संघर्ष पर विश्लेषकों ने कहा कि अगर ईरान ने होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद किया तो कच्चे तेल और एलएनजी की कीमतें बढ़ सकती हैं। इस जलडमरूमध्य से भारत जैसे देश सऊदी अरब, इराक और यूएई से कच्चा तेल आयात करते हैं।
ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष बढ़ने के बाद से कच्चे तेल की कीमतें 90 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गईं। विश्लेषकों ने कहा कि हालांकि तनाव कम करने के प्रयासों से संकट पर नियंत्रण होने की संभावना है, लेकिन अगर होर्मुज जलडमरूमध्य अवरुद्ध होता है तो तेल और एनएनजी की कीमतें तेजी से बढ़ेंगी। तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध नहीं है।
क्या है होर्मुज जलडमरूमध्य
होर्मुज जलडमरूमध्य ओमान और ईरान के बीच लगभग 40 किलोमीटर चौड़ी एक समुद्री पट्टी है। इस मार्ग के जरिए सऊदी अरब (63 लाख बैरल प्रति दिन), यूएई, कुवैत, कतर, इराक (33 लाख बैरल प्रति दिन) और ईरान (13 लाख बैरल प्रति दिन) कच्चे तेल का निर्यात करते हैं। वैश्विक एलएनजी व्यापार का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा इसके जरिए जाता है। इसमें कतर और यूएई से लगभग सभी एलएनजी निर्यात शामिल हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।