सरकार ने क्रूड पर विंडफॉल टैक्स बढ़ाया, डीजल, पेट्रोल और एटीएफ पर जीरो
- Windfall Tax: मोदी सरकार ने विंडफॉल टैक्स को मंगलवार से 3,250 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 6,000 रुपये प्रति टन कर दिया है।
Wind Fall Tax: केंद्र सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर अप्रत्याशित लाभ कर यानी विंडफॉल टैक्स को मंगलवार से 3,250 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 6,000 रुपये प्रति टन कर दिया है। यह टैक्स विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क (एसएईडी) के रूप में लगाया जाता है। यह रिलायंस जैसी दिग्गज ऑयल कंपनियों के लिए झटका है।
डीजल, पेट्रोल और एटीएफ पर कोई टैक्स नहीं
डीजल, पेट्रोल और विमान ईंधन या एटीएफ के निर्यात पर एसएईडी को 'शून्य' पर बरकरार रखा गया है। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, नई दरें दो जुलाई से प्रभावी हो गईं। भारत ने पहली बार एक जुलाई 2022 को अप्रत्याशित लाभ पर कर लगाया। विंडफॉल टैक्स रेट की समीक्षा प्रत्येक पखवाड़े पिछले दो सप्ताह की औसत तेल कीमतों के आधार पर की जाती है।
ब्लूमबर्ग एनर्जी पर दिए गए आज के ताजा रेट के अनुसार ब्रेंट क्रूड का रेट 86.83 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। जबकि, डब्ल्यूटीआई 83.53 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। दूसरी ओर पिछले कई महीनों से भारत में पेट्रोल-डीजल के रेट में बदलाव नहीं हुआ है।
क्यों लगता है विंडफॉल टैक्स
भारत ने उन निजी रिफाइनरों को रेग्युलेट करने के लिए कच्चे तेल उत्पादकों पेट्रोल, डीजल और विमानन ईंधन के निर्यात पर इस टैक्स को शुरू किया, जो मजबूत रिफाइनिंग मार्जिन से लाभ पाने के लिए भारत के बजाय विदेशों में फ्यूल बेचना चाहते थे।
जुलाई 2022 में भारत सरकार ने कच्चे तेल उत्पादकों को टार्गेट करते हुए विंडफॉल टैक्स लगाया। इसके बाद, पेट्रोल, डीजल और एटीएफ के निर्यात को कवर करने के लिए इसका विस्तार किया गया।
इसका उद्देश्य निजी रिफाइनरों को रेग्युलेट करना और उन्हें घरेलू बाजार सप्लाई को प्राथमिकता देने के बजाय विदेशों में इन ईंधनों को बेचकर ऊंची वैश्विक कीमतों पर पूंजी लगाने से रोकना है। बता दें वित्त मंत्रालय हर दो सप्ताह में विंडफॉल टैक्स की दर को समायोजित करता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।