फेड का लेटेस्ट फैसला: ब्याज दरें फिर नहीं बदली, ट्रंप की नीतियों से टेंशन
फेड ने अगले कुछ महीनों में दरें कम करने का कोई संकेत नहीं दिया। फेड के हेड जेरोम पॉवेल ने कहा कि हम आंकड़े देखेंगे, फिर जो सही लगा वो करेंगे। हालात अभी अनिश्चित हैं, इसलिए हमने कोई रिस्क नहीं लिया।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व (फेड) ने 7 मई 2025 को अपनी ब्याज दरों का ऐलान कर दिया और इसमें कोई बदलाव नहीं किया है यानी जनवरी में ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से ये तीसरी बार है, जब फेड ने दरें नहीं बदलीं। फेड ने अगले कुछ महीनों में दरें कम करने का कोई इशारा नहीं दिया। मतलब, जून तक तो यही हाल रहेगा। फेड के हेड जेरोम पॉवेल ने कहा, "हम आंकड़े देखेंगे, फिर जो सही लगा वो करेंगे।हालात अभी अनिश्चित हैं, इसलिए हमने कोई रिस्क नहीं लिया।"
फेड के फैसले की 5 मुख्य बातें
1. ब्याज दरें फ्रीज: फेड ने ब्याज दरें 4.25% से 4.50% के बीच ही रोक रखी हैं। पॉवेल ने कहा, "अभी महंगाई और नौकरियों का रिस्क बढ़ा है। हम किसी भी आर्थिक उठापटक का जवाब देने के लिए तैयार हैं।"
2. ट्रंप की ट्रेड पॉलिसी से टेंशन: पॉवेल मानते हैं कि ट्रंप के नए टैरिफ (आयात टैक्स) और ट्रेड वॉर की वजह से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में दिक्कतें आ सकती हैं। उन्होंने कहा, "ये टैरिफ ज्यादा हैं, और इनका असर क्या होगा, अभी पता नहीं। हम डेटा देखकर ही आगे का फैसला करेंगे।"
3. महंगाई अभी भी परेशानी: फेड का टारगेट महंगाई 2% रखना है, लेकिन अभी ये उससे ऊपर चल रही है। पॉवेल ने चेतावनी दी, "अगर ट्रंप के टैरिफ लंबे समय तक रहे, तो महंगाई बढ़ेगी, ग्रोथ धीमी होगी, और नौकरियां जाएंगी।"
4. ट्रंप को पॉवेल का जवाब: ट्रंप अक्सर फेड और पॉवेल को कोसते रहते हैं। इस पर पॉवेल ने साफ कहा, "हमें कोई फर्क नहीं पड़ता कि कोई क्या बोलता है। हमारा काम है डेटा देखकर अमेरिका के लोगों की मदद करना।"
5. मार्केट का हाल: फेड के फैसले के बाद शुरू में शेयर बाजार गिरे, लेकिन बाद में संभल गए। डॉऊ जोन्स 0.70% चढ़कर 41,113 पर, एसएंडपी 5,631 पर और नैस्डैक 17,738 पर बंद हुआ। वहीं, डॉलर में भी तेजी में रही और 99.904 तक पहुंच गया।