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महादेव ऐप मामले में ED का एक्शन, इस कंपनी के जब्त किए 5 लाख से ज्यादा शेयर

  • ईडी ने सोमवार को बताया कि उसने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पिछले सप्ताह नए दौर की तलाशी में 573 करोड़ रुपये मूल्य की सिक्योरिटीज, बांड और डीमैट खाते जब्त किए हैं।

Deepak Kumar लाइव हिन्दुस्तानMon, 21 April 2025 10:28 PM
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महादेव ऐप मामले में ED का एक्शन, इस कंपनी के जब्त किए 5 लाख से ज्यादा शेयर

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने हरिशंकर टिबरेवाल से जुड़ी जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड (GEL) में हिस्सेदारी जब्त कर ली है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल कंपनी के लेटेस्ट शेयरहोल्डिंग पैटर्न के अनुसार ईडी रायपुर जोनल ऑफिस ने जेनसोल के 5,20,063 शेयर या 1.37 फीसदी हिस्सेदारी जब्त कर ली है। बता दें कि हरिशंकर टिबरेवाल, महादेव बेटिंग ऐप मनी लॉन्ड्रिंग मामले को लेकर जांच के दायरे में है। बीते दिनों ईडी ने बताया था कि मनी लॉन्ड्रिंग का मामला, महादेव बेटिंग ऐप की व्यापक जांच का हिस्सा है। आरोप है टिबरेवाल ने सूरज चोखानी सहित बिचौलियों का उपयोग करके भारत और विदेशों में संचालित कई कंपनियों के माध्यम से अवैध कमाई की।

ईडी ने सोमवार को बताया कि उसने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पिछले सप्ताह नए दौर की तलाशी में 573 करोड़ रुपये मूल्य की सिक्योरिटीज, बांड और डीमैट खाते जब्त किए हैं। ईडी के अनुसार, जांच में पाया गया कि सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म और उससे जुड़े सिंडिकेट द्वारा अपराध से अर्जित आय को देश से बाहर ले जाया गया और बाद में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) के नाम पर भारतीय शेयर बाजारों में निवेश किया गया।

कब सुर्खियों में आया मामला

महादेव बेटिंग ऐप मामला कुछ साल पहले तब सुर्खियों में आया जब एजेंसी ने दावा किया था कि छत्तीसगढ़ के कई नेता और नौकरशाह इस ऐप से जुड़े अवैध संचालन और उसके बाद के मौद्रिक लेनदेन में कथित रूप से शामिल थे। ऐप के दो मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल छत्तीसगढ़ से हैं। इस मामले में ईडी द्वारा पहले भी छापेमारी की जा चुकी है।

अब तक कितनी कार्रवाई

जांच एजेंसी ने कहा कि कुछ कंपनियों में कुछ छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) क्षेत्र की सिक्योरिटीज के आर्टिफिशियल प्राइस में उतार-चढ़ाव को बढ़ावा देने के लिए धन लगाया गया था ताकि आम निवेशकों को धोखा दिया जा सके। ईडी ने अब तक इस मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार किया है और 74 आरोपियों के खिलाफ पांच आरोपपत्र दाखिल किए हैं। इसने 3,002 करोड़ रुपये की संपत्ति भी कुर्क या जब्त की है। ईडी के अनुसार, इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग 6,000 करोड़ रुपये है।

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