इस सरकारी बैंक ने लोन पर लिया बड़ा फैसला, ग्राहकों के लिए जानना जरूरी
सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने अधिकांश अवधियों के लिए फंड आधारित लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) की सीमांत लागत में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है, जिससे कर्ज सस्ते हो जाएंगे।

सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने लोन के मोर्चे पर बड़ा फैसला लिया है। बैंक ने अधिकांश अवधियों के लिए फंड आधारित लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) की सीमांत लागत में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है, जिससे कर्ज सस्ते हो जाएंगे। केनरा बैंक ने कहा कि एक साल की अवधि का एमसीएलआर मौजूदा दर 9.10 प्रतिशत के मुकाबले नौ प्रतिशत रह जाएगा। बेंचमार्क एमसीएलआर का उपयोग कार और पर्सनल लोन जैसे अधिकांश कंज्यूमर लोन की कीमत तय करने के लिए किया जाता है।
12 मई से लागू
बैंक ने बताया कि एक महीने, तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिए ब्याज दर 8.25-8.80 प्रतिशत के दायरे में होगी। एक दिन की अवधि के लिए एमसीएलआर 8.30 प्रतिशत के मुकाबले 8.20 प्रतिशत होगी। बैंक ने कहा कि उसकी नई सीमांत एमसीएलआर 12 मई से प्रभावी होगी।भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले महीने अपनी प्रमुख ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करके इसे छह प्रतिशत कर दिया था। यह कटौती इस साल लगातार दूसरी बार की गई है।
केनरा बैंक के तिमाही नतीजे
पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की जनवरी-मार्च तिमाही में केनरा बैंक का नेट प्रॉफिट 28 प्रतिशत बढ़कर 5,070 करोड़ रुपये हो गया। प्रावधान में कमी और गैर-प्रमुख आय में वृद्धि से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में बैंक का मुनाफा 3,951 करोड़ रुपये रहा था। बैंक ने कहा कि पिछले पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में उसका शुद्ध लाभ 17,540 करोड़ रुपये रहा, जो 2023-24 में 15,279 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक ने कहा कि 11 प्रतिशत ऋण वृद्धि के बावजूद तिमाही में मूल शुद्ध ब्याज आय 1.44 प्रतिशत घटकर 9,442 करोड़ रुपये रह गई, जबकि शुद्ध ब्याज मार्जिन 0.25 प्रतिशत घटकर 2.80 प्रतिशत रह गया। तिमाही के दौरान बैंक की गैर-ब्याज आय 21.74 प्रतिशत बढ़कर 6,351 करोड़ रुपये हो गई। इसमें बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली 30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,471 करोड़ रुपये हो गई।