गोविंद ऑर्थोकेयर: एक ही छत के के नीचे हड्डी से जुड़ी सभी समस्याओं का निवारण
समाज में एक अलग पहचान बनाना आसान नहीं होता है। इसके लिए अपने कर्म को काफी ईमानदारी और लगन से करना पड़ता है। ये दोनों बातें जानेमाने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्विनी कुमार पंकज में आसानी से देखी जा सकती

समाज में एक अलग पहचान बनाना आसान नहीं होता है। इसके लिए अपने कर्म को काफी ईमानदारी और लगन से करना पड़ता है। ये दोनों बातें जानेमाने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्विनी कुमार पंकज में आसानी से देखी जा सकती है। डॉ. अश्विनी काफी कम समय में हड्डी रोग के विभिन्न विधाओ में महारत हासिल कर चुके है। ये एक तरफ ट्रॉमा केस आसानी से करते है तो दूसरी तरफ उतनी ही सफाई से जोड़ों का प्रत्यारोपण भी दूरबीन विधि से इलाज में पूरे बिहार में इनका नाम सुना जा सकता है। डॉ. अश्विनी से ईलाज करवाने दूर दूर से मरीज आते हैं और स्वस्थ एवं संतुष्ट होकर जाते हैं।
पटना एम्स में तीन वर्ष तक हड्डी रोग विशेषज्ञ, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल, दिल्ली से किया डीएनबी
डॉ. अश्विनी कुमार पंकज पटना स्थित एम्स में तीन वर्ष तक हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में सेवा दिए। इस दौरान इन्होंने कई लोगों का जीवन बचाया तो कई लोगों को अपंग होने से भी बचाया। इन्होंने दिल्ली स्थित डीडीयू से डीएनबी (ऑर्थो) की पढ़ाई की। यहां इन्होंने अनगिनत ट्रॉमा केस हैंडल किए। अहमदाबाद में डॉ. प्रथमेश जैन से कंधे और घुटने के टूटे लिगामेंट के रिपेयर और रिकंस्ट्रक्शन की बारीकियां सीखी। अभी पटना के महावीर वात्सल्य अस्पताल में ऑर्थोपेडिक कंसल्टेंट भी हैं। डॉ. अश्विनी ने ही यहां दूरबीन (ऑर्थोस्कोपिक) से लिगामेंट का ऑपरेशन शुरू किया है। इनका नाम अक्सर अखबार की सुर्ख़ियों में रहता है।
कई प्रत्यारोपण कर चुके हैं डॉ. अश्विनी
डॉ. अश्विनी कुमार पंकज अपने 10 वर्षों के चिकित्सकीय जीवन में कई घुटना और कूल्हा का प्रत्यारोपण कर चुके हैं। यह सिलसिला अभी भी जारी है। ये पटना और बिहार के प्रमुख घुटना एवं कूल्हा प्रत्यारोपण सर्जन है। प्रत्यारोपण के अलावा हंजारों अलग-अलग तरह की सर्जरी भी किए हैं, जिसमें कॉम्प्लेक्स फ्रैक्चर फिक्सेशन, घुटने और कंधे की ऑर्थोस्कोपिक सर्जरी (लिगामेंट और मेनीसकस सर्जरी, लेबरल और रोटेटर कफ रिपेयर), रीढ़ की हड्डी की सर्जरी आदि शामिल है। डॉ. अश्विनी की खासियत सर्जरी के साथ दवा के माध्यम से रोगों के इलाज में भी है।
दर्जनों बच्चों के टेढ़े पैर को ठीक कर चुके हैं
डॉ. अश्विनी कुमार पंकज अबतक दर्जनों बच्चों को एक सम्मानजनक जीवन दे चुके है। इन्होंने अपने कौशल से कई टेढ़े पैर को सीधा किया है। कहते हैं, टेढ़े पैर को देख कर दुखी हो जाता हूं, लेकिन जब उसे ठीक कर देता हूं तो खुशी भी होती है। वो विधा को सीखाने के लिए बच्चों के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मैथ्यू वर्गीज का शुक्रिया अदा करते हैं। वहीं ट्रॉमा का केस हैंडल करना सिखाने के लिए डॉ. वीके गोयल को धन्यवाद देते हैं।
युवती का नहीं कटने दिया पैर
डॉ. अश्विनी कई बार लोगों को अपंग होने से बचाया है। कुछ समय पहले एक युवती का भीषण एक्सीडेंट हो गया था । उसके पाव की हड्डी कई जगह से टूट चुकी थी और उसे ओपन फ्रैक्चर था। उसे एक बड़े अस्पताल ने पैर काटने की सलाह दी थी। तब परिजन डॉ. अश्विनी के पास आए। डॉ. अश्विनी ने उस युवती कॉम्प्लेक्स फ्रैक्चर फिक्स किया, घाव ठीक किया और एंपुटेशन से बचा लिया। इस तरह डॉ. अश्विनी ने कई एंप्युटेशन्स बचाए हैं।
सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं पति-पत्नी
डॉ. अश्विनी और डॉ. इंदिरा समाज और गरीबों के लिए सिर्फ सोचते ही नहीं बल्कि बहुत कुछ करते हैं। हर दो-तीन माह पर पति-पत्नी नालंदा जिला के नगरनौसा में मुफ्त मेडिकल कैंप लगाते हैं। डॉ. अश्विनी यहीं पर हर रविवार को आधी फीस पर भी मरीज देखते हैं। इसके अलावा डॉ. अश्विनी हर शनिवार को गोविंद ऑर्थोकेयर में मुफ्त में मरीज को देखते हैं। सर्जरी में गरीब लोगों को छूट भी देते हैं। लेकिन क्वालिटी से कोई समझौता नहीं करते। हर मरीज से स्वयं बातचीत करते हैं और उनके देखभाल का खुद खयाल रखते है।
मेनिस्केटमी से बेहतर है मेनिस्कस रिपेयर सर्जरी
डॉ. अश्विनी के अनुसार घुटने की गद्दी फट (मेनिस्कस टियर) जाने पर इसका रिपेयर लंबे समय के लिए अच्छा परिणाम देता है। मेनिसेक्टॉमी से तुरंत आराम तो मिल जाता है लेकिन बाद में घुटने का घिसाव बढ़ जाता है, क्योंकि मेनिस्केटमी (गद्दी) घुटने का शॉक आवजरवेंट का काम करता है। ग्रेड-1 और ग्रेड-2 के ज्यादातर मरीजों में सर्जरी की जरूरत नहीं होती है। ग्रेड-3 मेनिस्कस इंज्युरी में दूरबीन से सर्जरी कर के रिपेयर किया जा सकता है। मेनिस्कस रिपेयर का सक्सेस रेट 95 प्रतिशत से अधिक है।
बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने की जिद में पत्नी ने त्याग पत्र दे दिया
मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले की पहली चाहत दिल्ली स्थित एम्स में दाखिला लेने की होती है। लेकिन आपको आश्चर्य होगा कि डॉ. अश्विनी की पत्नी डॉ. इंदिरा प्रसाद दिल्ली एम्स में सहायक प्राध्यापक (फैकल्टी) थी। लेकिन पटना स्थित एम्स को देश का सर्वोत्तम अस्पताल बनाने और बिहार स्वास्थ्य सेवा बेहतर बनाने की चाहत में एम्स (दिल्ली) से त्यागपत्र दे दिया। अभी डॉ. इंदिरा प्रसाद पटना स्थित एम्स में प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। इन्होंने एमबीबीएस देश के सर्वोत्तम मेडिकल कॉलेजों में एक लेडी हॉर्डिग कॉलेज से किया है। यहां गोल्ड मेडलिस्ट रही। फिर उसी कॉलेज से एमएस (प्रसूति एवं स्त्री रोग) कोर्स किया। इस बार इन्हें बेस्ट रेसीडेंट अवार्ड मिला। यहां दो साल असिस्टेंट प्रोफेसर रही। फिर आईवीएफ की ट्रेनिंग ली। दिल्ली में कुछ दिन प्रैक्टिस किया। उसके बाद दिल्ली के एम्स में सहायक प्राध्यापक के रूप में ज्वाइन कर लिया। ये मूलतः पटना के सलालपुर की रहनेवाली हैं, लेकिन जन्म यूएसएसआर (ताशकंद) में हुआ। वहां इनके माता-पिता डॉक्टर थे। रूस के बंटवारे के बाद भारत आ गईं। गौतमबुद्ध नगर (यूपी) और दिल्ली से क्रिमशः 10वी और 12वीं की। 10वीं में जिला टॉपर रहीं।ये निःसंतानता, अत्यंत जोखिम का प्रसव और एंडोस्कोपिक सर्जरी की विशेषज्ञ हैं। दूरबीन से जटिल से जटिल सर्जरी करती है। एम्स, पटना में इनसे सोमवार और गुरुवार को ओपीडी में दिखाया जा सकता है। मेडिकल किताबों में कई चैप्टर और पत्रिकाओं में अनेक आलेख लिख चुकी है। कई पुरस्कारों एवं पदको से नवाजी जा का चुकी है। ये रूसी भाषा भी बोलती हैं जबकि उज्बेक भाषा समझती हैं।
पता-297/1, द्वारिकापुरी रोड नं.-2, हनुमान नगर, कंकड़बाग, पत्रकार नगर थाना के सामने वाले रोड में, पटना-26
डॉ. अश्विनी की विशेषज्ञता का दायराः
• फ्रैक्चर का आधुनिक तकनीक एवं कंप्यूटरीकृत उपकरणो (सी-आर्म) से इलाज
• हड्डी, नस, जोड़ों के दर्द एवं गठिया का इलाज
• जन्मजात हड्डियों के टेढ़ापन (सीटीईवी) का प्लास्टर /इलिजारव तकनीक द्वारा इलाज
• घुटने एवं कूल्हे का प्रत्यारोपण
• दूरबीन (ऑर्थोस्कोपी) द्वारा घुटने एवं कंधे के टूटे लिंगामेंट का ऑपरेशन
• रीढ़ की हड्डी एवं साइटिका का इलाज
• डिस्क खिसकने एवं कमर दर्द का इलाज
• हड्डी के टीबी का इलाज
डॉ. इंदिरा प्रसाद
संक्षिप्त जीवन परिचय
नाम : डॉ. इंदिरा प्रसाद प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं एसोसिएट प्रोफेसर, एम्स, पटना
शिक्षा : एमबीबीएस (गोल्ड मेडल), एमएस (प्रसूति एवं स्त्री रोग), फेलोशिप इन आईवीएफ, डिप्लोमा इन एंडोस्कोपी
विशेषज्ञता : निःसंतानता एवं आईवीएफ, गायनोकोजिकल एंडोस्कोपिक सर्जरी, उच्च जोखिम प्रसव एवं यूरोगायनीकलोजी, गायनी ऑन्कोलॉजी
माता : डॉ. लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) उर्मिला प्रसाद, प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ
पिता : डॉ. शिव कुमार प्रसाद, फिजिशियन एवं हृदय रोग विशेषज्ञ
बहन : डॉ.(सुश्री) अंकिता प्रसाद (डेंटिस्ट)
पति : डॉ. अश्विनी कुमार पंकज
पैतृक निवास : सलालपुर, पटना
प्रेरणास्त्रोत : पिता और माता
डॉ. अश्विनी कुमार पंकज
संक्षिप्त जीवन परिचय
नाम : डॉ. अश्विनी कुमार पंकज (कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक, ऑर्थोस्कोपिक, जोड़ प्रत्यारोपण और रीढ़ की हड्डी के सर्जन)
संस्थानः गोविंद ऑर्थोकेयर, रोड नं.-2, हनुमान •नगर, पटना
शिक्षा : एमबीबीएस, डीएनबी (ऑर्थो), फेलोशिप इन ऑर्थोस्कोपी एंड स्पोर्ट्स मेडिसिन
माता : राधिका कुमारी
पिता : गोविंद प्रसाद (सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक)
पत्नी : डॉ. इंदिरा प्रसाद
पैतृक आवास: शाहपुर बलवा, नालंदा
संतान : अक्षिता (पुत्री) एवं अर्शिता (पुत्री)
प्रेरणास्त्रोत : पिता और माता
"मेरे पिता मेरे प्रेरणा स्त्रोत रहे हैं। इसलि उन्हीं के नाम यह जनकल्याण कार्य कर रहा हूं। उन्हीं से प्रेरित होकर गरीबों की सेवा करता हूं और आधी फीस या मुफ्त में लोग को चिकित्सकीय परामर्श देता हूं। मेरी पत्नी मेरा हमेशा साथ देती हैं और उनके बिना कुछ भी संभव नहीं है। मेरी दो बेटियों से परिवार पूर्ण हो चुका है। बेटा और बेटी में फर्क नही होता है। यही सोच हमें समाज में लाना होगा तभी देश तरक्की करेगा।
डॉ. अश्विनी कुमार पंकज
ऑर्थोपेडिक्स सर्जन
गोविंद ऑर्थोकेयर पटना
पता-297/1, द्वारिकापुरी रोड नं.-2, हनुमान नगर, कंकड़बाग, पत्रकार नगर थाना के सामने वाले रोड में, पटना-26
(इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति/संस्थान की है।)
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