Hindi Newsब्रांड पोस्ट न्यूज़First company to make mall in any district headquarter of Bihar

बिहार के किसी जिला मुख्यालय में मॉल बनाने वाली पहली कंपनी

बिहार का सबसे बड़ा शहर पटना है। लेकिन यहां सिर्फ एक मॉल है। राज्य के दो और बड़े शहर मुजफ्फरपुर और भागलपुर की बात की जाए तो यहां सेमी मॉल है। ऐसे में कोई जिला मुख्यालय में संपूर्ण मॉल बना रहा हो तो इसे

hpandey Brand Post, Patna, BiharSat, 26 March 2022 11:29 AM
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बिहार का सबसे बड़ा शहर पटना है। लेकिन यहां सिर्फ एक मॉल है। राज्य के दो और बड़े शहर मुजफ्फरपुर और भागलपुर की बात की जाए तो यहां सेमी मॉल है। ऐसे में कोई जिला मुख्यालय में संपूर्ण मॉल बना रहा हो तो इसे सामान्य बात नहीं कही जा सकती है। लेकिन यह असामान्य कार्य अमित कुमार राय की कंपनी के द्वारा किया जा रहा है। अमित कुमार राय के नेतृत्व में रियल एस्टेट का क्षेत्र अब पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर से आगे बढ़कर जिला मुख्यालय तक पहुंच रहा है। ये बक्सर शहर में मॉल बना रहे हैं। इसकी बुकिंग भी शुरू हो गई है। इनका एक ही लक्ष्य है, ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को कम-से-कम कीमत पर एक आशियाना मुहैया कराया जा सके। 'ड्रीम होम्स क्रिएशन' पटना में अबतक सैकड़ों लोगों को घर और जमीन मुहैया करा चुका है।

 

ड्रीम होम्स क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड का मिशन

 

बिहार का हर कोई व्यक्ति अपना एक घर या जमीन का टुकड़ा पटना में चाहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पटना में लोगों को जरूरत के हर सामान मिल जाते हैं। मस्ती के भी यहां सभी साधन मौजूद हैं। लेकिन सभी की इतनी आर्थिक क्षमता नहीं होती कि वो पटना में एक घर बना सकें या जमीन ले सकें। ऐसे में, उन्हें अपनी इच्छाओं को मारना पड़ता है। इस बात को बिहार में पहली बार 'ड्रीम होम्स क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड' ने पहचाना। इसने लोगों का दर्द महसूस किया। लेकिन फिर सवाल उठा कि लोगों के दर्द को कैसे दूर किया जाए। उनकी इच्छाओं को कैसे पूरा किया जाए? कैसे लोगों को उनके शहर में ही पटना की सुविधाएं मुहैया कराई जाएं? कैसे लोगों को उनके शहर में ही बड़े शहरों का एहसास कराया जाए? इस पर कुछ वर्ष मंथन करने के बाद 'ड्रीम होम्स क्रिएशन' ने जो बीड़ा उठाया वो ऐतिहासिक हो गया।

 

कंपनी ने अमित कुमार राय के नेतृत्व में बिहार के बक्सर में मॉल बनाने की ठानी

 

कंपनी ने अमित कुमार राय के नेतृत्व में बिहार के बार्डर डिस्ट्रीक्ट बक्सर में मॉल बनाने की ठानी। यह निर्णय रिस्की था। क्योंकि यदि योजना सफल नहीं होती तो बड़ा नुकसान हो जाता और ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का सपना पूरा करने के लिए फिर शायद अगले कई वर्ष तक कोई आगे नहीं आता। लेकिन अमित कुमार राय ने इसको भी साध लिया। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बक्सर के चरित्रवन स्थित बन रहे मॉल 'दमास कुंवर इंपायर' को पूरा होने में एक वर्ष से ज्यादा का वक्त है, लेकिन अभी से ही इसमें जगह की बुकिंग शुरू हो गई है। योजना इतनी तगड़ी है कि इस मॉल में जगह खरीदने वालों को कभी घाटा नहीं होगा और कभी उनके दुकान का शटर बंद होगा। निवेश करने वाले को आजीवन मोटा मुनाफा होता रहेगा। इतना मुनाफा कि बैंक में पैसा जमा कर उतना मुनाफा किसी परिस्थिति में नहीं कमाया जा सकता है। इस मॉल में जगह बुक कराने के लिए मोबाइल नंबर- 8252273892 पर संपर्क किया जा सकता है।

 

डेढ़ लाख स्क्वैयर फीट में होगा बक्सर का मॉल

 

'दमास कुंवर इंपायर' डेढ़ लाख स्क्वैयर फीट इलाके में बन रहा है। वर्ष 2023 तक इसको पूर्ण कर देने की योजना है। अमित कुमार राय के मुताबिक निर्माणाधीन मॉल आठ मंजिला है जिसमें दो बेसमेंट और एक ग्राउंड फ्लोर है। इसमें एंकर शॉप (दुकान के लिए सबसे बड़ी जगह), वेनिला शॉप (दुकान के लिए अपेक्षाकृत छोटी जगह ), फूड कोर्ट, रेस्टुरेंट, प्ले जोन और तीन मल्टीप्लेक्स स्क्रीन शामिल है। तीनों मल्टीप्लेक्स की क्षमता क्रमश: 265, 204 और 155 लोगों की होगी। पटना, मुजफ्फरपुर और भागलपुर शहर छोड़कर किसी जिला मुख्यालय में पहला मॉल होगा।

 

108 फ्लैट का बनाया गोकुलम अपार्टमेंट

 

दानापुर स्थित 'गोकुलम' अपार्टमेंट ड्रीम होम्स क्रिएशन का ही बनाया हुआ है। इसमें 108 फ्लैट हैं। 26 कट्ठा में फैला इस अपार्टमेंट में सारी सुविधाएं मौजूद हैं। जैसे- स्वीमिंग पूल, जिम, मंदिर, विजिटिंग रूम, बच्चों के खेलने के लिए जगह आदि। तीन ब्लॉक में विभाजित गोकुलम अपार्टमेंट के सारे फ्लैट बिक चुके हैं।

 

ठेकेदारी से शुरू किया सफर, अब प्रतिष्ठित रियल एस्टेट कंपनी

 

अमित कुमार राय के घर का माहौल पूरी तरह नौकरीपेशा का रहा है। इनके पिता महंथ रामरूप गोस्वामी इंटरमीडिएट कॉलेज में प्राचार्य थे। चाचा भी विभिन्न विभागों में प्रतिष्ठित पदों पर नौकरी कर रहे हैं। अमित राय अपने परिवार के पहले व्यक्ति हैं जो बिजनेस में उतरे। इनकी शुरूआत से इच्छा बिजनेस में ही जाने की थी। स्नातक के अंतिम वर्ष में ही बिजनेस शुरू करने की कोशिश शुरू कर दी थी। लेकिन पिताजी इसके बिल्कुल खिलाफ थे। वो चाहते थे कि उनका बेटा अच्छी नौकरी करें। ऐसे में शुरू में पिता के गुस्से का शिकार भी होना पड़ा। पिताजी की इच्छा के विरुद्ध जाकर वर्ष 2000 में बगहा रेलवे प्लेटफॉर्म का विस्तार का ठेका लिया। सिर्फ 85 हजार रुपए का काम था। मित्र और रिश्तेदारों से पैसे लेकर प्रोजेक्ट पूरा किया। जब मुनाफा अपने पिताजी को दिए तब उन्हें एहसास हुआ कि उनका बेटा इस क्षेत्र में कुछ कर सकता है फिर तो ठेकेदारी का सिलसिला शुरू हो गया। पिता का भरपूर सहयोग मिला। उनसे पूंजी भी मिली। बेतिया, मोतिहारी, रक्सौल, नरकटियागंज आदि रेलवे स्टेशन का काम किया। बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी पटवन परियोजना 'बार्ज उदवह' के लिए कार्य किया। वर्ष 2011 में पटना में गए और यहां रियल एस्टेट में कार्य शुरू किया। बिहटा में 25 बीघा को कॉलोनी के रूप में विकसित किया। इसमें करीब 200 प्लॉट थे। उसके बाद निर्माण क्षेत्र में गए और अपार्टमेंट बनाकर लोगों को बेचने लगे। ड्रीम होम्स क्रिएशन का एक नया प्रोजेक्ट पटना के बेहतरीन लोकेशन में रहा है। लगभग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस अपार्टमेंट में भी सारी आधुनिक सुविधाएं मौजूद रहेंगी।

 

पीएम मोदी 'संकल्प-95' की कर चुके हैं प्रशंसा

 

अमित कुमार राय सामाजिक कार्यों में भी काफी आगे रहते हैं। ये प्रतिष्ठित केआरके स्कूल (बेतिया) एलुमिनी है। ये अपने स्कूल के साथियों के साथ मिलकर 'संकल्प-95' नाम से एक एनजीओ चलाते हैं। इस एनजीओ के माध्यम से अक्सर सामाजिक कार्य करते हैं। ऑंखों का ऑपरेशन और उसके इलाज के लिए कैंप लगाते हैं। कोविड के दौरान लोगों को राशन मुहैया कराए। गरीबों में कंबल बांटना और उनकी दूसरे तरीके से मदद करना भी इनके सामाजिक कार्यों में शामिल है। गौरतलब है कि वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'संकल्प-95' द्वारा किए जा रहे कार्यों की 'मन की बात' में प्रशंसा की गई थी।

 

जल्दी किसी पर विश्वास कर लेता हूं

 

अमित कुमार राय अपने बारे में कहते हैं कि उनके व्यक्तित्व की कुछ अच्छाइयां हैं तो कुछ कमियां भी। सबसे बड़ी कमी है, किसी पर विश्वास करने की। मैं किसी पर भी जल्दी विश्वास कर लेता हूं। ऐसे में कई बार धोखा खा जाता हूं। लेकिन एक सबल पक्ष भी है, जो ठान लेता हूं वो करता हूं चाहे इसके लिए कितनी भी कठिन परीक्षा देनी पड़े। मेरा मानना है कि जो भी कीजिए ईमानदारी से कीजिए। जितना संभव हो उतना ही किसी से वादा कीजिए।

 

"मेरी इच्छा है कि छोटे-छोटे शहर भी पटना की तरह विकसित हों। सभी को घर मिले। लेकिन सभी के वश में जमीन खरीद कर घर बनाना नहीं है। ऐसे में जिला मुख्यालयों या छोटे शहरों में टाउनशिप विकसित कर के लोगों को घर दिया जा सकता है।"

अमित कुमार राय, निदेशक, ड्रीम होम्स क्रिएशन प्रा

(इस लेख में किए गए दावों की सत्यता की पूरी जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति/संस्थान की है।) 

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