पीआर पेशेवरों के लिए नई परिभाषा अहम होगी : डॉ. सुरेश गौड़
पब्लिक रिलेशंस (पीआर) क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पीआर गुरु डॉ. सुरेश गौड़ ने ऑनलाइन माध्यम से अपनी नई परिभाषा और मॉडल पेश किया है…

नई दिल्ली। पब्लिक रिलेशंस (पीआर) क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पीआर गुरु डॉ. सुरेश गौड़ ने ऑनलाइन माध्यम ने नई परिभाषा और मॉडल पेश किया है। उनका कहना है कि इनके जरिए पेशेवर प्रभावी रणनीति और सार्थक संबंध बना सकेंगे।
डॉ. गौड़ के अनुसार, नई परिभाषा ‘LOVE & RISE’ और मॉडल ‘RISE’ लॉन्च किया गया है। अब तक केवल अमेरिकी और ब्रिटिश पीआर परिभाषाएं ही प्रचलित और पढ़ाई जाती हैं। नई परिभाषा और मॉडल पेशेवरों को और अधिक कुशल बनाने में सहायक होंगे।
उन्होंने बताया कि इससे पहले वह चार पुस्तकें लिख चुके हैं। उनका मकसद पीआर क्षेत्र को मजबूत करना है, ताकि युवा इसमें अपना भविष्य बना सकें।
इन खास बातों पर जोर
प्रेम को पीआर की नींव बताया
1. सुनना : हितधारकों पर सक्रिय रूप से ध्यान देना, उनकी जरूरतों, चिंताओं और प्रतिक्रिया को समझना
2. अवलोकन करना : विभिन्न समूहों के दृष्टिकोण, मूल्यों और अपेक्षाओं पर ध्यान देना और उनका समाधान करना
3. मूल्यांकन करना: प्रत्येक हितधारक के महत्व को पहचानना और उसकी सराहना करना, आपसी सम्मान की भावना को बढ़ावा देना
4. सहानुभूति: हितधारकों के प्रति करुणा और सहानुभूति प्रदर्शित करना, उनकी भावनाओं और अनुभवों को स्वीकार करना
RISE : पीआर के स्तंभ
1. प्रतिष्ठा : सकारात्मक छवि, विश्वसनीयता और भरोसे को बनाना
2. प्रभाव : जनता की राय, धारणाओं और व्यवहार को अच्छा करना
3. साझा करना : हितधारकों को जोड़ने के लिए प्रासंगिक जानकारी, कहानियां और अपने अनुभव बताना
4. प्रयास : पीआर लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर लगे रहना
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