पति-बेटी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई पत्नी; इलाज के दौरान मौत, सड़क हादसे में घायल हुए थे
अरवल जिले में पति और बेटी की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाने से कांति देवी नाम की महिला की मौत हो गई। आपको बता दें तीनों सड़क हादसे में घायल हुए थे। पीएमसीएच में इलाज चल रहा था, पहले पति और बेटी की मौत हुई, और फिर पत्नी ने भी दम तोड़ दिया।
अरवल जिले के कलेर प्रखंड क्षेत्र के मसूदा गांव में बीते 6 दिनों से मनहूस खबर का आना जारी है। शनिवार को एक और खबर मसूदा ग्रामवासियों को मिली। सड़क हादसे के बाद अस्पताल में जीवन की जंग लड़ रही मसूदा गांव निवासी, मृतक सतेंद्र साव की पत्नी कांति देवी ने भी आखिरकार दम तोड़ दिया। शनिवार को शव आते ही गांव में फिर से मातम पसरा है। बीते 10 दिसंबर को बनिया बिगहा गांव के पास एनएच 139 पर ऑटो और हाईवे की भिड़ंत में 13 लोग जख्मी हो गए थे।
इस घटना में मौके पर ही सत्येंद्र साव की मौत हो गई थी, जबकि 12 अन्य लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए थे। सभी घायलों को पटना के पीएमसीएच भेजा गया था। घटना के एक ही दिन के बाद मृतक सत्येंद्र की बेटी सिंपल की मौत हो गई थी। घटना के पांच ही दिन के बाद शनिवार को मृत सतेंद्र की बेवा पत्नी कान्ति देवी की भी मौत हो गई। जिसको लेकर मसूदा ग्राम के लोग काफी चिंतित हैं। गांव में वीरानी छाई हुई है।
शनिवार की देर शाम मृतक कांति देवी का भी दाह संस्कार कर दिया गया है। ग्रामीण बताते हैं कि इस हादसे में गंभीर रूप से घायल दस लोग पीएमसीएच में अभी भी भर्ती हैं। लगातार कुछ ना कुछ मनहूस खबर सामने आ रही है और वे सभी जिदंगी मौत से जूझ रहे हैं। लोगों का कहना है कि पति और बेटी की मौत का सदमा कांति देवी बर्दाश्त नहीं कर सकी। जिसके चलते इलाज के दौरान उनकी मौत गई।