वाराणसी से हावड़ा के बीच 320 की रफ्तार से दौड़ेगी हाई स्पीड ट्रेन, पटना में इस जगह बनेगा स्टेशन
वाराणसी-हावड़ा हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर 13 स्टेशन बनाए जाएंगे। पटना में स्टेशन के लिए तीन जगहें चिह्नित की गई थीं। इनमें से पटना एम्स के पास भुसौल में हाई स्पीड ट्रेन के लिए स्टेशन बनाना तय किया गया है।
बिहार वासियों के लिए हाई स्पीड ट्रेन का पूरा होने वाला है। वाराणसी से हावड़ा के बीच बिहार होते हुए हाई स्पीड रेल कॉरिडोर बनेगा, जिस पर 320 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी। इसके लिए एलिवेटे़ड रेलवे लाइन बनाई जाएगी, जो पटना शहर से होकर गुजरेगी। इस कॉरिडोर का निर्माण नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड कराएगा। बिहार में पटना के अलावा जहानाबाद, गया, भोजपुर और बक्सर जिले में रेल कॉरिडोर के लिए जमीन के सर्वे का काम पूरा हो गया है। वैसे तो पूरे कॉरिडोर में स्टेशनों की संख्या 13 होगी, लेकिन पटना में एम्स के पास भी स्टेशन का निर्माण होगा।
हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए पटना जिले में बड़े पैमाने पर जमीन का अधिग्रहण होगा। इसे लेकर 21 अगस्त को पटना में चिह्नित गांवों के किसानों के साथ जिला प्रशासन और रेल अधिकारियों की बैठक होगी। सोमवार को इस मामले पर जिला प्रशासन और रेल अधिकारियों ने बैठक की। इसमें जमीन अधिग्रहण समेत अन्य बिंदु पर चर्चा की गई। पटना जिले में फुलवारीशरीफ, संपतचक, धनरुआ और मसौढ़ी अंचल के कुल 30 गांवों की जमीन अधिग्रहित होनी है। कहां और कितनी जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, इस पर रेलवे और जिला प्रशासन की मौजूदगी में 21 अगस्त को किसानों से बात होगी।
हाल ही में अधिकारियों ने पटना के डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह से मुलाकात की थी। इस दौरान परियोजना के लिए तय रूट में जमीन अधिग्रहण के लिए प्रशासन से सहयोग मांगा था। इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है।
पटना में स्टेशन के लिए तीन जगह चिन्हित
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपरेशन लिमिटेड के अधिकारियों का कहना है कि पटना में रेलवे स्टेशन के लिए तीन जगहों पर स्थल का चयन किया गया था। इनमें से एक जगह स्टेशन बनाने का निर्णय लिया गया है। हाई स्पीड ट्रेन का स्टेशन पटना एम्स के नजदीक दानापुर अंचल के भुसौला मौजा के थाना नंबर 40 में बनाया जाएगा। यह स्थल एम्स गोलंबर से 750 मीटर की दूरी पर है। नेउरा-दनियावां रेलवे लाइन से सटे पूरब-उत्तर दिशा में स्थित है। यह पटना-गया-डोभी फोरलेन सड़क से 15 किलोमीटर दूर है। रेलवे स्टेशन के लिए लगभग 37 एकड़ भूमि की जरूरत होगी।
यह होगा कॉरिडोर का रूट
कॉरपोरेशन के अधिकारियों का कहना है कि यह कॉरिडोर वाराणसी से चंदौली, गाजीपुर, बक्सर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, गया होते हुए झारखंड के हजारीबाग में प्रवेश करेगा। वहां से गिरिडीह, धनबाद होते हुए पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान, पूर्वी बर्धमान, हुगली, हावड़ा और कोलकता जिले से होकर गुजरेगा।