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दौड़ते डब्बों को छोड़ 1 किमी आगे निकल गया इंजन, दो हिस्सों में बंटी ट्रेन; बिहार में बड़ा रेल हादसा टला

बिहार में शुक्रवार को बड़ी रेल दुर्घटना उस समय टल गई जब गरीब रथ का इंजन डब्बे से खुलकर आगे निकल गया। घटना जयनगर-दरभंगा रेलखंड स्थित खजौली एवं राजनगर स्टेशन के बीच ठाहर गांव की है।

Sudhir Kumar लाइव हिन्दुस्तानFri, 6 Dec 2024 04:55 PM
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बिहार में शुक्रवार को बड़ी रेल दुर्घटना उस समय टल गई जब गरीब रथ का इंजन डब्बे से खुलकर आगे निकल गया। घटना जयनगर-दरभंगा रेलखंड स्थित खजौली एवं राजनगर स्टेशन के बीच ठाहर गांव की है। जयनगर से आनंद बिहार जा रही गाड़ी संख्या 12435 गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन डब्बा से अचानक अलग हो गया। लगभग एक किलोमीटर दूरी तक ट्रेन और इंजन पटरी पर अलग अलग दौड़ते रहे। जब यात्रियों को इसका पता चला तो ट्रेन के अंदर चीख पुकार मच गई। डर के मारे यात्री ट्रेन से बाहर कूदने लगे कि कहीं ट्रेन बेपटरी होकर पलट ना जाए।

यह घटना खजौली एवं राजनगर रेलवे स्टेशन के बीच हुई। गुमटी संख्या 26 से चलकर गुमटी संख्या 24 तक ठाहर गांव के पास यात्री से भरा रेल डब्बा एवं इंजन अलग-अलग दौड़ती रही। इस बीच रेल डब्बा में बैठे यात्रियों की चीख पुकार शुरू हो गई। डब्बा स्लो होते ही ट्रेन के डब्बा से यात्री उतर कर बाहर निकलने लगे। बाद में सभी यात्री अपने-अपने सीट पर बैठे। ट्रेन में सफर कर रहे देवकांत चौधरी, मनोज सिंह, सुमित्रा देवी, पूनम कुमारी सहित अन्य यात्रियों के कहा कि कुछ देर तक तो पता नहीं चला, बाद में जब जानकारी हुई तो इंजन तो डब्बा टकराने का भय हो गया। इसको लेकर बोगी में अफरा तफरी मच गई। घटना दिन के करीब 12 बजकर 22 मिनट की है।

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गार्ड को घटना की जानकारी 12.30 में हुई। एक्सप्रेस ट्रेन के गार्ड बीके सिंह ने कहा ट्रेन प्रेशर अचानक शुन्य हो गया तो इसकी सूचना लोको पायलट को दी गई। ड्राइवर की ओर से इंजन अलग होने की जानकारी दी गई। जिसके बाद उन्होंने इंजन को रोका। फिर इंजन को बैक करके डब्बों से जोड़ा गया और करीब एक घंटे तक रुकने के बाद ट्रेन दिल्ली के लिए रवाना हुई।

ट्रेन के गार्ड बीके सिंह ने कहा कि घटना की सूचना रेल विभाग के वरीय अधिकारी को दे दी गई है। ट्रेन के वेटर ने बताया कि ट्रेन एवं डब्बा अलग होने की आहट होते ही गाड़ी को वैक्यूम कर डब्बा रोका गया। फिर रेल इंजन को बैक कर लोको पायलट एवं गार्ड समन्वय स्थापित कर इंजन एवं डब्बा को जोड़ा गया। लगभग 1 बजकर 15 मिनट पर ट्रेन आनंद बिहार के लिए खुली। एक स्थानीय युवक ने बताया कि पटरी पर आगे आगे इंजन और पीछे-पीछे पूरी ट्रेन दौड़ रहे थे। उसी समय यात्री चिल्ला रहे थे और कुछ लोग कूदकर भाग भी रहे थे। उस समय ट्रेन की स्पीड कम हो गई थी।

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