बिहार में टला बड़ा रेल हादसा; पलटने से बाल-बाल बची बंगलुरु से गुवाहाटी जा रही ट्रेन, जेई बर्खास्त
बिहार में बड़ा रेल हादसा ड्राइवर की सूझबूझ से टल गया। कटिहार-मालदा रेलखंड पर आदिना और एकलखी स्टेशन के बीच अप लाइन का फिश प्लेट खुले देखकर चालक ने ट्रेन रोक दिया। इससे बंगलुरु से गुवाहाटी जा रही सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन बाल-बाल गच गई। चालक की सूचना पर रेलवे में खलबली मच गई।
बिहार में बड़ा रेल हादसा ड्राइवर की सूझबूझ से टल गया। कटिहार-मालदा रेलखंड पर आदिना और एकलखी स्टेशन के बीच अप लाइन का फिश प्लेट खुले देखकर चालक ने ट्रेन रोक दिया। इससे बंगलुरु से गुवाहाटी जा रही सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेन बाल-बाल गच गई। चालक की सूचना पर रेलवे में खलबली मच गई। रेलवे के अधिकारी और अभियंत्रण विभाग के एक विशेष टीम ने सबसे पहले खुले फिश प्लेट ठीक कर दिया।
इसके बाद ट्रेन का परिचालन सुबह 8.38 बजे से लेकर 9 बजकर 13 मिनट तक अप लाइन पर गुवाहाटी जाने वाली ट्रेन संख्या 22511गुवाहाटी-बंगलुरु एक्सप्रेस ट्रेन रूकी रही। अभियंता और अन्य रेल कर्मियों की तत्परता से खुले फिस प्लेट के क्लैंप को ठीक करने के बाद ट्रेन का परिचालन 35 मिनट बाद ट्रेन को रवाना किया गया । इस मामले की जांच के बाद सीनियर डीईएन वन के नेतृत्व में घटित टीम ने जांच में पाया कि 4 सितंबर को थीक बेव एसईजे लगाने के लिए ढ़ाई घंटे का ब्लॉक दिया गया था। कार्य पूरा होने के बाद कार्यस्थल पर छह जोड़ों की निगरानी के लिए चौकीदार की नियुक्ति की गई थी। 5 सितंबर की सुबह 9 बजे ट्रेन नंबर 22511 के लोको पायलट ने बताया कि एक फिश प्लेट खुली हुई थी।
जेई की नौकरी गई
इसकी जांच के बाद पता चला कि जो फिश प्लेट खुली हुई थी। जिसमें संबंधित सेक्शन के जेई की ओर से बड़ी सुरक्षा चूक हुई थी क्योकिं संबंधित जोड़ को ठीक से नहीं कसा गया था। इस कारण से जेई को मुख्य आरोपी बनाया गया है। रेलवे के विश्वस्त सूत्रों की माने तो जांच अधिकारी ने एकलखी सेक्शन के जेई को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। साथ ही एक रेल कर्मी को भी सेवा से बर्खास्त कर दी गई है।
कर्मियों की बर्खास्तगी पर किया घेराव
एकलखी सेक्शन के जेई और एक रेल कर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने की सूचना के बाद रेलवे के विभिन्न जेई व पीडब्ल्यू आई ने एकजुटता का परिचय देते हुए डीआरएम और सीनियर डीईएन सी का घेराव किया है। घेराव का नेतृत्व करते हुए इंप्लाइज यूनियन के केंद्रीय संगठन मंत्री रजनीश कुमार, मंडल अध्यक्ष मनीष कुमार, मंडल सचिव रूपेश कुमार, मंडल संयुक्त मंत्री प्रेम शंकर आदि ने करीब चार दर्जन रेल कर्मियों के साथ पहले डीआरएम सुरेंद्र कुमार और बाद में सीनियर डीईएनसी संदीप कुमार साहा के कार्यालय पहुंच कर घेराव किया। यूनियन कर्मियों ने कहा कि एकलखी और आदिना स्टेशन के बीच अप लाइन पर जिस तरीके से फिसप्लेट के क्लैंप खुले रहने का फोटो व वीडियो प्रदर्शित किया गया है। इससे यह प्रतीत होता है कि रेलकर्मियों की गलती से नहीं बल्कि असामाजिक तत्वों द्वारा उसे खोला गया है। ताकि किसी बड़ी रेलव हादसा को अंजाम दिया जा सके। उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा फिस प्लेट का क्लैंप खोलकर दुर्घटना कराने की साजिश को नाकाम किया गया। मगर रेलवे के वरीय अधिकारियों ने बिना जांच और अनुसंधान के ही तुगलकी फरमान जारी नीचे स्तर के जेई और एक रेल कर्मी को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।
उन्होंने बताया कि गैसल जैसी गंभीर दुर्घटना होने पर भी इन्क्यवारी कर दोषी पर करवाही की गयी थी । दो माह पहले पहले रंगापानी निजबाड़ी में कंचन जंगा माल गाड़ी टकराने पर दस लोगो की जान चली गयी थी। फिर भी अभी तक किसी पर करवाही नहीं की गयी है। वहीं एकलखी और आदिना के बीच अप लाइन के फिस प्लेट का क्लैंप खुलने से किसी भी तरह की कोई आर्थिक क्षति और जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। बावजूद आला अधिकारी द्वारा तुगलकी फरमान जारी किया गया है।
कहते हैं अधिकारी
अभी हम गुवाहाटी में हैं। एकलखी-आदिना स्टेशन के बीच फिस प्लेट का एक क्लैंप खुलने की सूचना मिली थी। मगर ट्रेन का यातायात सामान्य रहा। दोषी के खिलाफ चार्जशिट किया गया होगा। बर्खास्तगी की सूचना उन्हें नहीं है। कटिहार आने पर जानकारी प्राप्त कर शेयर किया जा सकता है। -धीरज चंद्र कालिता, सीनियर डीसीएम, कटिहार रेल मंडल
किसी रेलकर्मी को बर्खास्त करने की सूचना अब तक उन्हें प्राप्त नहीं हुई है। प्राप्त होने पर उसे शेयर किया जायेगा। -सुरेंद्र कुमार, डीआरएम कटिहार रेल मंडल