कल को कहेंगे नमाज और जकात का भी दस्तूर नहीं है; वक्फ पर PM मोदी के बयान पर मदनी का पलटवार
पटना में जमीयत उलेमा के संविधान बचाओ सम्मेलन में मौलाना अरशद मदनी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी ने कहा है कि वक्फ कोई चीज नहीं है, मुझे बड़ी हैरत हुई। कल को कह देंगे नमाज और जकात का भी दस्तूर नहीं है। वक्फ में संशोधन के मामले पर हमारा ऐतराज है।
राजधानी पटना में जमीअत उलमा-ए-हिन्द के संविधान बचाओ सम्मेलन में लोगों को संबोधित करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने देश की आजादी का जिक्र करते हुए कहा कि हमने आजादी के लिए तब से लड़ाई लड़ी, जब कांग्रेस का जन्म भी नहीं हुआ था। कांग्रेस का मकसद मुल्क की आजादी नहीं था। बल्कि कांग्रेस का निर्माण इसलिए हुआ, जिससे ब्रिटिश हुकूमत और मुल्क के लोगों के बीच तालमेल बनाया जा सके। मदनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा, और कहा कि मोदी जी ने कहा है कि वक्फ कोई चीज नहीं है, मुझे बड़ी हैरत हुई। कल को कह देंगे नमाज और जकात का भी दस्तूर नहीं है। वक्फ में संशोधन के मामले पर हमारा ऐतराज है।
मौलाना मदनी ने कहा कि कोई ये समझता है कि मुल्क का दस्तूर केवल हिन्दुओं ने बनाया है, तो वो दुनिया के बारे में कुछ नहीं जानता। हमारा किरदार मुल्क के साथ 145 साल पुराना है। कोई माई का लाल नहीं है, जो इसे खारिज कर सके। जमीअत उलमा-ए-हिन्द प्यार, मोहम्मद के लिए कुर्बानी देते आयी है। मुल्क में अमन- चैन के लिए हम काम करते आए हैं। हमारे बुजुर्गों ने कुर्बानी देकर मुल्क को आजाद कराया है। हमने मुल्क का दस्तूर बनाया है।
राजधानी पटना में जमीअत उलमा-ए-हिन्द के संविधान बचाओ सम्मेलन में लोगों को संबोधित करते हुए मौलाना अरशद मदनी ने देश की आजादी का जिक्र करते हुए कहा कि हमने आजादी के लिए तब से लड़ाई लड़ी, जब कांग्रेस का जन्म भी नहीं हुआ था। कांग्रेस का मकसद मुल्क की आजादी नहीं था। बल्कि कांग्रेस का निर्माण इसलिए हुआ, जिससे ब्रिटिश हुकूमत और मुल्क के लोगों के बीच तालमेल बनाया जा सके। मदनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा, और कहा कि मोदी जी ने कहा है कि वक्फ कोई चीज नहीं है, मुझे बड़ी हैरत हुई। कल को कह देंगे नमाज और जकात का भी दस्तूर नहीं है। वक्फ में संशोधन के मामले पर हमारा ऐतराज है।
मौलाना मदनी ने कहा कि कोई ये समझता है कि मुल्क का दस्तूर केवल हिन्दुओं ने बनाया है, तो वो दुनिया के बारे में कुछ नहीं जानता। हमारा किरदार मुल्क के साथ 145 साल पुराना है। कोई माई का लाल नहीं है, जो इसे खारिज कर सके। जमीअत उलमा-ए-हिन्द प्यार, मोहम्मद के लिए कुर्बानी देते आयी है। मुल्क में अमन- चैन के लिए हम काम करते आए हैं। हमारे बुजुर्गों ने कुर्बानी देकर मुल्क को आजाद कराया है। हमने मुल्क का दस्तूर बनाया है।
|#+|
बुलडोजर एक्शन पर मदनी ने कहा कि किसी एक के गलत काम की सजा पूरे परिवार को दी जा रही थी। अल्लाह ने हमारी बात कुबूल की, अब कोई घर पर बुल्डोजर चलाकर दिखाए। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में फैसला देने वाले जजों में मुसलमान नहीं हिंदू थे। कोर्ट के फैसले ने कुछ लोगों के मिजाज में गड़बड़ी पैदा कर दी है। हम बार-बार सुप्रीम कोर्ट गए और हमें इंसाफ मिला।
मदनी ने अपने संबोधन में कहा कि ये हमारा मुल्क है, जिसे जो धर्म पसंद आया उस धर्म का बन गया। जैसे पांच बेटे हो सकते हैं लेकिन मां बाप एक ही हैं। मोदी जी को ऐसी कच्ची बात नहीं करना चाहिए। ऐसे बयानों से देश में मुसलमानों के खिलाफ नफरत पैदा होती है। मदनी के निशाने पर असम के सीएम हिमन्त बिश्व शर्मा भी रहे, उन्होने कहा कि असम के मुख्यमंत्री मुसलमानों को घुसपैठिया बोलते हैं। झारखंड में रात दिन बैठा रहे लेकिन वहां की अवाम ने मुंह काला कर दिया।