मिशन 2025 के लिए तेजस्वी ने कसी कमर; 17 अगस्त से बिहार यात्रा का आगाज, 243 विधानसभाओं को करेंगे कवर
आरजेडी चीफ लालू याादव के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 17 अगस्त से बिहार यात्रा पर निकलने वाले हैें। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए तेजस्वी का ये मेगाप्लान है। कई चरणों में होने वाली इस यात्रा के दौरान सभी 243 सीटों को कवर करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष, आरजेडी लीडर और पू्र्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कमर कस ली है। जिसके मद्देनजर 17 अगस्त से राज्यव्यापी यात्रा का आगाज की संभावना है। जिसकी शुरूआत वाल्मिकीनगर से होगी, और पहले चरण का समापन किशनगंज में होगा। इस यात्रा के दौरान बिहार की सभी 243 विधानसभा सीटों को कवर करेंगे। इस यात्रा के दौरान एनडीए सरकार की विफलताओं को उजागर करेंगे। और पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने का काम करेंगे।
राजद के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यात्रा वाल्मिकीनगर से शुरू होने की संभावना है, जो आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के बीच अपने पारंपरिक मतदाताओं का आधार होने के कारण आरजेडी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी इस यात्रा के तमाम चरणों में सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेंगे। यात्रा के कई चरण होंगे। जिसमें एक महीने से ज्यादा का वक्त लगेगा।
राजद के सूत्रों ने बताया कि तेजस्वी यादव, जिन्होंने पिछली बार अप्रैल-मई में हुए लोकसभा चुनावों से पहले जनता से संपर्क करने के लिए फरवरी के मध्य में राज्यभर में जन विश्वास यात्रा निकाली थी, नुक्कड़ सभाएं, कार्यकर्ताओं और ब्लॉक स्तर के नेताओं के साथ बातचीत उत्साह बढ़ाया था।
राजद के प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि यात्रा का मकदसद केंद्र में एनडीए सरकार में सहयोगी होने के बावजूद सीएम नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने, बेरोजगारी और बढ़े हुए आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल कराने में असफल रहे हैं। इन कमियों को जनता तक पहुंचाने का काम करेंगे। साथ ही कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने, उच्च आर्थिक विकास सुनिश्चित करने, बेरोजगारी के मुद्दों और पलायन रोकने में सरकार की विफलता को उजागर करेंगे।
वहीं सत्तारूढ़ जेडीयू और भाजपा ने पहले ही तेजस्वी की आगामी यात्रा को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि इससे कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि राज्य के लोगों ने हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में पार्टी को खारिज कर दिया है। जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री अशोक चौधरी ने कुछ दिन पहले बढ़े हुए आरक्षण, विशेष दर्जा और खराब कानून व्यवस्था को बहाल करने में विफलता को लेकर राज्य सरकार पर तेजस्वी के हमले के लिए उन पर निशाना साधा था।
उन्होने तेजस्वी को याद दिलाते हुए कहा था कि यह सीएम कुमार के नेतृत्व वाली सरकार है। जिसने जाति आधारित सर्वेक्षण कराया था, साथ ही यह भी दावा किया था कि सीएम कुमार के कार्यकाल के दौरान बिहार ने आर्थिक विकास में प्रगति की है। चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने त्वरित सुनवाई करके कानून व्यवस्था में सुधार किया है, साथ ही उन्होंने यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि जब राजद सत्ता में थी, तब बिहार नरसंहार के लिए जाना जाता था।
आरजेडी ने पिछले लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के सहयोगियों के साथ 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था और चार सीटें जीती थीं। पार्टी पहले से ही जिला स्तर के नेताओं के साथ बैठकें कर रही है। ताकि यह जाना जा सके कि आम चुनावों के दौरान जोरदार अभियान चलाने के बावजूद पार्टी का प्रदर्शन अच्छा क्यों नहीं रहा। तेजस्वी यादव ने खुद 200 से ज्यादा चुनावी रैलियां की थीं।