सुपौल : सुपौल के डॉक्टर ने पटना में की खुदकुशी
पटना के दीघा थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर में आईजीआईएमएस के पीजी डॉक्टर आर्यन (29) ने आत्महत्या कर ली। उनका शव रसोई में फंदे से लटका मिला। घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने शव को...
पटना/सहरसा/सुपौल, हिटी। दीघा थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर स्थित घर में आईजीआईएमएस के पीजी डॉक्टर आर्यन (29) ने खुदकुशी कर ली। उनका शव रसोई घर में फंदे से लटका मिला। रसोई घर का दरवाजा अंदर से बंद था। घटना की सूचना मिलने पर मंगलवार की दोपहर पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिलने के कारण फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंच नमूने एकत्र किए। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया। परिजनों से पूछताछ कर जानकारी ली जा रही है। मूलरूप से सुपौल के जगतपुर गांव निवासी रघुनंदन लाल दास कई वर्ष से परिवार के साथ मखदुमपुर के शिवाजी नगर स्थित घर में रहते हैं। उनका बेटा डॉ. आर्यन आईजीआईएमएस में डॉक्टर था और पीजी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। डॉक्टर ने खुद के रहने के लिए राजा बाजार पिलर नंबर 70 के समीप किराए का कमरा ले रखा था। पिता रघुनंदन लाल बैंक से सेवानिवृत्त हैं, जबकि मां शिक्षिका हैं। किसी काम से दोनों गांव गए हुए थे। इसी बीच आर्यन सोमवार की रात करीब 10 बजे शिवाजी नगर स्थित अपने घर पर गए थे। डीएसपी दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि मंगलवार की सुबह कई बार फोन करने के बाद भी परिजनों की जब डॉक्टर से बात नहीं हुई तो उन्होंने अपने किराएदार को यह बात बताई। किराएदार ने पाया कि घर अंदर से बंद है। कई बार आवाज लगाने के बाद भी आर्यन ने अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद घटना की सूचना दीघा पुलिस को दी गई। दीघा पुलिस मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे किचन का दरवाजा तोड़कर अंदर गई तो पाया कि डॉक्टर ने गमछे से फांसी लगा रखी है। बाद में शव को नीचे उतार पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। उधर, घटना के बाद से जगतपुर में मातम पसरा है। चार दिन बाद सहरसा आने वाला थे डॉ. आर्यन : आईजीएमस पटना के एमडी रेडियोलॉजी के द्वितीय वर्ष के छात्र डॉ. आर्यन के आत्महत्या से ननिहाल नयाबाजार के लोग सकते में हैं। डॉक्टर चार दिन बाद सहरसा आने वाला था और 30 दिसंबर को परिजनों के साथ जन्मदिन मनाता। 31 दिसंबर को कलावती हाईस्कूल से सेवानिवृत होने वाली मां माधुरी दास के साथ पटना के दीघा स्थित अपने घर लौटने की योजना थी। मृतक के मामा धीरज कुमार वर्मा सहित अन्य ने बताया कि आर्यन बचपन से ही मेधावी था। दसवीं संत माइकल स्कूल पटना से किया था जबकि 12वीं उसने शांति मिशन स्कूल से किया था। एमबीबीएस पीएमसीएच से किया। पहले प्रयास में उसने पीजी में नामांकन के लिए सफलता पाई थी लेकिन मनमाफिक विभाग नहीं मिलने के कारण दूसरी बार परीक्षा दी। जिसमें उसे पहला स्थान मिला। उसके बाद उन्होंने एमडी रेडियोलॉजी में आईजीएमएस में नामांकन लिया।
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