स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी समय से मिलेगी दवाई
जिले के पीएचसी और सीएचसी में दवाओं की उपलब्धता की लगातार रह रही कमी जल्द दूर होगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्णय के अनुसार अब सदर अस्पताल की तरह की मुख्यालय से ही इन स्वास्थ्य केन्द्रों में भी दवा की...
जिले के पीएचसी और सीएचसी में दवाओं की उपलब्धता की लगातार रह रही कमी जल्द दूर होगी। स्वास्थ्य विभाग के निर्णय के अनुसार अब सदर अस्पताल की तरह की मुख्यालय से ही इन स्वास्थ्य केन्द्रों में भी दवा की सप्लाई होगी।
अपनी जरूरत के मुताबिक प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिहार मेडिकल सर्विस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड को अपना रिक्विजिशन भेज सकते हैं।
लॉकडाउन के पहले जारी निर्णय के आलोक में इस सप्ताह से विभागीय कवायद तेज हो गई है। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। स्वास्थ्य केन्द्र ऑनलाइन डिमांड करेंगे कि उन्हें कितनी दवा उपलब्ध कराई गई और दवा कबतक मिल सकेगी, इन सबकी जानकारी बीएमएसआईसीएल अपनी वेबसाइट पर ऑनलाइन करेगा। इस सुविधा से स्वास्थ्य केन्द्रों के कर्मचारियों को सदर अस्पताल दवा लेने के लिए चक्कर लगाने से छुटकारा मिल जाएगा।
प्रक्रिया लंबी होने से मरीजों को नहीं मिल पाती दवा : सरकारी अस्पताल में अभी दवा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया काफी लंबी है। इस कारण पीएचसी और सीएचसी में अधिकांश मरीजों को दवा नहीं मिल पाती है।
जिस दवा की जरूरत मरीजों को नहीं होती है, वही दवा स्वास्थ्य केन्द्रों में उपलब्ध रहती है। अभी स्वास्थ्य विभाग जिले भर के स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए सदर अस्पताल को दवा उपलब्ध कराता है। यहां से सभी स्वास्थ्य केन्द्र दवा ले जाते हैं।
डीएम देंगे ऑनलाइन स्वीकृति व करेंगे निगरानी : ऑनलाइन व्यवस्था में स्वास्थ्य केन्द्रों की ओर से बीएमएसआईसीएल को भेजी गई दवाओं की डिमांड की निगरानी जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष सह डीएम करेंगे। डीएम से स्वीकृति मिलने के बाद ही स्वास्थ्य केन्द्रों को दवा उपलब्ध कराई जाएगी। जिले में पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और 11 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं।
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