जिला संतमत सत्संग का 32 वां दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन
जिला संतमत सत्संग का 32 वां दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन डुमरी चौक के पास शुरू हुआ। स्वामी वेदानंद बाबा ने गुरू भक्ति और सत्संग के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मनुष्य को भौतिक सुखों को छोड़कर...
करजाईन बाजार, एक संवाददाता। जिला संतमत सत्संग का 32 वां दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन बुधवार को डुमरी चौक के पास शुरू हुई। इस दौरान स्वामी वेदानंद बाबा ने सत्संग के महत्व की जानकारी देते हुए गुरू भक्ति की बात कही। कहा कि गुरू के बिना कोई भी ज्ञान संभव नहीं है। गुरू के बताये मार्ग पर चलना चाहिए। साथ ही मनुष्य को अपने शरीर के अंदर के ईश्वर को जगाने की जरूरत है। लोग अपने स्वार्थ के लिए इस तरह परेशान है कि उन्हें सही और गलत की पहचान नहीं है। मनुष्य को भौतिक सुखों को छोड़कर परमात्मा को प्राप्त करने की जरूरत है। इसके लिए मनुष्य को सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। आचार्य स्वामी वेदानंदजी महाराज ने कहा कि मनुष्य को सही जीवन जीने के लिए नशा, हिंसा, झूठ, चोरी सहित सभी पापों को छोड़ना चाहिए। कार्यक्रम में स्वामी योगानंदजी महाराज, स्वामी प्रेमानंद, स्वामी सत्यानंद सहित अन्य महात्माओं ने भी प्रवचन दिए। इस दौरान नीरज कुमार सिंह, मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा, बैद्यनाथ मेहता सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
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