ट्विटर पर नंबर 1 पर ट्रेंड हुआ कटिहार नरसंहार, अभी तक मुख्य आरोपी मोहन ठाकुर नहीं हुआ गिरफ्तार
बिहार का कटिहार नरसंहार इन दिनों में सुर्खियों में हैं। ये टॉपिक ट्विटर पर भी ट्रेंड कर रहा है। कटिहार के दियारा इलाके में दो गुटों में गैंगवार हुई थी, जिसमें कई लोगों के मारे जाने की खबर थी।
बिहार का कटिहार नरसंहार इन दिनों में सुर्खियों में हैं। ये टॉपिक ट्विटर पर भी ट्रेंड कर रहा है। सोशल मीडिया पर यह विषय चर्चा का केंद्र बना हुआ है। दरअसल हाल ही में कटिहार जिले में गंगा नदी के दियारा इलाके में दो गुटों में गैंगवॉर हुई थी। जिसमें कई लोगों के मारे जाने की खबर है। लेकिन अभी तक पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। सिर्फ एक लाश बरामद हुई थी। और एक शख्स जख्मी हालत में मिला था। इस घटना पर सियासी शोर भी खूब मचा। जाप अध्यक्ष पप्पू यादव कटिहार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों का हाल जाना।
सोमवार को ट्वीट करते हुए सीएम नीतीश कुमार से पीड़ितों के लिए न्याय को लेकर सवाल किया । पप्पू यादव ने ट्विटर पर तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि 'मैं लगातार कटिहार नरसंहार का मुद्दा उठा रहा हूं। पीड़ितों को न्याय दिलाने और उनके आंसू पोंछने उनके घर भी गया, पर अंधे बहरे प्रशासन पर कोई असर नहीं है। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऐसे नरसंहार से होगा न्याय के साथ विकास!'
क्या है पूरा मामला ?
बताया जा रहा है कि 2 दिसंबर को गंगा नदी के बकिया दियारा इलाका क्षेत्र में किसी जमीन के विवाद में दो गुटों के बीच घंटों गोलीबारी की घटना हुई थी। इसमें स्थानीय लोगों के मुताबिक लगभग पांच से छह लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा छह से सात लोगों की घायल होने का बात सामने आई थी। हालांकि पुलिस ने सिर्फ एक मौत की पुष्टि की है। पुलिस ने जिस शव को बरामद किया है वह सुनील यादव गिरोह के अरविंद यादव का बताया जा रहा है।
सालों से जारी है वर्चस्व की लड़ाई
कटिहार नरसंहार इन दिनों खूब सुर्खियों में है। बता दें कि कटिहार के बरारी थाना क्षेत्र में आए दिनों गोलीबारी की घटना होती रहती है. कहा जा रहा है कि बकिया दियारा क्षेत्र में मोहना ठाकुर उर्फ मोहन ठाकुर और सुनील यादव के बीच दियारा क्षेत्र में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर काफी लंबे समय से गैंगवार चलता रहा है। स्थानीय लोगों की मानें तो कई बार इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। गोलीबारी की घटना यहां बराबर होती रहती है। दोनों गिरोह भागलपुर जिले के पीरपैंती से सटे बाखरपुर, कटिहार के बरारी समेत झारखंड के साहिबगंज से सटे दियारा क्षेत्रों में सक्रिय हैं। लेकिन अभी तक पुलिस इन गिरोह पर लगाम लगाने में नाकाम रही है। और हर साल होने वाली गैंगवार की घटनाओं से इलाके के लोग खौफ में जी रहे हैं।