कौन हैं शशि यादव जिन्हें भाकपा माले ने बनाया MLC कैंडिडेट? जानिए
शशि यादव 2020 में महागठबंधन की ओर से दीघा विधानसभा की प्रत्याशी बनायी गईं थीं। वे स्कीम वर्कर फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव हैं। शशि यादव ऐपवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं।
बिहार विधान परिषद में पहली बार भाकपा माले की उपस्थिति होगी। भाकपा माले ने शशि यादव को विधान परिषद के लिए उम्मीदवार घोषित किया है। महागठबंधन की ओर से वह संयुक्त प्रत्याशी होंगी। भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने यह जानकारी दी। शशि यादव 2020 में महागठबंधन की ओर से दीघा विधानसभा की प्रत्याशी बनायी गईं थीं। वे स्कीम वर्कर फेडरेशन की राष्ट्रीय महासचिव हैं। ऐपवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। बता दें कि बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में भाकपा माले के 12 विधायक हैं। ऐसे में उच्च सदन में एक सीट जीतने के लिए उसे अपने सहयोगी दल कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) गठबंधन के समर्थन की जरूरत होगी।
जब दीपांकर भट्टाचार्य से पूछा गया कि क्या आरजेडी और कांग्रेस ने इस महीने के अंत में होने वाले विधान परिषद चुनावों के लिए उनकी पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन देने के वास्ते सहमति दी है, तो उन्होंने हां में जवाब दिया। गौरतलब है कि पिछले महीने राज्य सभा चुनाव के दौरान भाकपा माले की नजर इस सदन की सीट पर थी।
गौरतलब है कि आगामी 6 मई में को जिन नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है उनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी. अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, खालिद अनवर, प्रेमचंद्र मिश्रा, पूर्व मंत्री मंगल पांडे, संजय झा, संजय पासवान, रामेश्वर महतो, रामचंद्र पूर्वे और पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन शामिल हैं। इनमें से संजय झा पहले ही राज्यसभा जा चुके हैं।