बच्चा नहीं हुआ तो बेगूसराय में ससुराल वालों ने विवाहिता की गला दबाकर की हत्या
बिहार के बेगूसराय में मंसूरचक थाना क्षेत्र के आगापुर नवटोल गांव में संतान नहीं होने पर ससुराल वालों ने विवाहिता 22 वर्षीया प्रीति देवी की पहले पिटाई की उसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। मौत...
बिहार के बेगूसराय में मंसूरचक थाना क्षेत्र के आगापुर नवटोल गांव में संतान नहीं होने पर ससुराल वालों ने विवाहिता 22 वर्षीया प्रीति देवी की पहले पिटाई की उसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। मौत की सूचना मिलते ही मृतका के मायके बछवाड़ा थाना की अरबा पंचायत के नयाटोल गांव में कोहराम मच गया। जबकि मृतका का पति समेत अन्य परिवार घर छोड़कर फरार हो गये। घटना की सूचना मिलते ही मंसूरचक थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि गले व हाथ पर चोट के निशान बता रहे हैं कि यह हत्या का मामला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी। मृतका का भाई सिकंदर पासवान ने बताया कि चार दिन पहले उसकी बहन ने सूचना दी थी कि बच्चा नहीं होने पर पति रमेश पासवान और ससुरालवाले उनके साथ मारपीट व प्रताड़ित कर रहे हैं। उसके बाद सोमवार की सुबह पड़ोस वालों ने सूचना दी कि उसकी बहन की मौत हो गयी है। अपने पिता रंजीत पासवान के साथ वे व अन्य ग्रामीणों के साथ जब नवटोल पहुंचे तो पति रमेश पासवान समेत उसके घर के सारे लोग फरार हो गये थे। उन्होंने बताया कि प्रीति की शादी वर्ष 2018 में आगापुर नवटोल गांव निवासी देवीलाल पासवान के पुत्र रमेश पासवान के साथ हिन्दू रीति-रिवाज के साथ उपहार आदि देकर किया था। गरीबी व तंगी के मार झेल रही प्रीति अपने सास के साथ मजदूरी कर परिवार चलाती थी। पति रमेश पेशे से राजमिस्त्री है।
प्रीति की लंबाई से उसके कमरे की उंचाई है कम
मृतका के भाई ने बताया कि वे लोग प्रीति के घर के अंदर प्रवेश किया। उसके कमरे की जितनी उंचाई है उसके अधिक लंबी उसकी बहन थी। घर के अंदर प्रीति का शव देखते ही परिवार के सभी लोग चित्कार मारकर रोने लगे। घर से बाहर निकलने के बाद मृतका के मायके वाले ससुराल वालों पर गला दबाकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। कुछ देर के लिए समसा- भगवानपुर पीडब्ल्यूडी सड़क को भी जाम कर दिया। सूचना पर पहुंचे मंसूरचक थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह, अवर निरीक्षक राजेंद्र सिंह, सहायक अवर निरीक्षक धनंजय पाण्डेय आदि के काफी समझाने के बाद लोग शान्त हुये। उसके बाद पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
जांच कराये बिना ही पति ने बोला बांझ
मृतका के भाई सिकंदर पासवान ने बताया कि शादी के तीन साल बाद भी बच्चे नहीं होने पर उसकी बहन को रमेश पासवान समेत अन्य परिवार वाले उसे बांझ होने का तंज मारते हुए प्रताड़ित करने लगे। उन्होंने बताया कि उसकी बहन ने इसकी शिकायत परिवार से की तो उन्हें कई बार समझाया गया। साथ ही चिकित्सक से इलाज कराने का अनुरोध किया। ताकि यह स्पष्ट हो सके वास्तव में उसकी बहन में या उसके पति में कुछ कमी है। लेकिन बिना जांच कराये ही उसकी बहन को बांझ कहकर गला दबाकर हत्या कर दी।