मिनी आर्म्स फैक्ट्री: मुजफ्फरपुर से दो बार मुंगेर भेजी थी हथियारों की खेप, 15 से 20 हजार में बेचते थे एक पिस्टल
बिहार के वैशाली जिले के कटहरा ओपी के चपैठ गांव में मिनी आर्म्स फैक्ट्री के खुलासे के बाद गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ में कई जानकारियां पुलिस को मिली हैं। मुंगेर के तस्करों ने बताया कि पांच साल से वे...
बिहार के वैशाली जिले के कटहरा ओपी के चपैठ गांव में मिनी आर्म्स फैक्ट्री के खुलासे के बाद गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ में कई जानकारियां पुलिस को मिली हैं। मुंगेर के तस्करों ने बताया कि पांच साल से वे पिस्टल बनाने का धंधा कर रहे थे। इस बीच दो बार मुजफ्फरपुर से पिस्टल की खेप मुंगेर भेजी थी। मुंगेर का एक तस्कर दो बार मुजफ्फरपुर जंक्शन आया था। उसे मुंगेर के कासिम बाजार के मो. लड्डन ने पिस्टल की खेप सौंपी थी। उस तस्कर के नाम व ठिकाने की जानकारी भी पुलिस को मिली है। इस आधार पर उसकी गिरफ्तारी को लेकर टीम कार्रवाई में जुट गई है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो मुंगेर के अलावा पश्चिम बंगाल भी अवैध हथियारों की तस्करी की जाती है। बॉर्डर के रास्ते इसे तस्कर आसानी से बंगाल पहुंचा देते हैं। पुलिस का कहना है कि फैक्ट्री संचालक चपैठ निवासी साहेब राज उर्फ सर्फे आलम पूर्व में मुंगेर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। इसी दौरान तस्करों से उसकी पहचान हुई थी। मुंगेर में जब पुलिस की दबिश बढ़ने लगी तो तस्करों ने धंधा बंद कर दिया। इसके बाद फैक्ट्री संचालक से बातकर आर्म्स बनाने की फैक्ट्री खोलने की बात कही। इसके लिए प्रतिमाह लाखों रुपये देने का लालच दिया। इसपर वह तैयार हो गया। उसने घर के पीछे ही एसबेस्टस डालकर एक छोटा कमरा तैयार कर तस्करों को दे दिया।
15-20 हजार में बेचते थे एक पिस्टल
आरोपितों से पूछताछ में पता लगा कि वे थोक बिक्री का धंधा करते हैं। खुदरा में एक पिस्टल 25-30 हजार रुपये और थोक में 15-20 हजार रुपये में बेचते थे। इनके नक्सली कनेक्शन के बिंदु पर भी पुलिस जांच कर रही है।
ये हैं गिरफ्तार आरोपित
मो. लड्डन, पक्की गली, कासिम बाजार, मुंगेर
मो. ललन, पक्की गली, कासिम बाजार, मुंगेर
मो. परवेज, पक्की गली, कासिम बाजार, मुंगेर
मो. अफरोज, झिंगोई, खैरा, जमुई
साहेब राज और सर्फे आलम, चपैठ, कटहरा ओपी, वैशाली
आसिफ रजा, चपैठ, कटहरा ओपी, वैशाली