Hindi Newsबिहार न्यूज़Two boys had to appear for matriculation examination in the girls exam centre know why such a situation occurred

लड़कियों के एग्जाम सेंटर में दो लड़कों को देनी पड़ी मैट्रिक की परीक्षा, जानिए क्यों आई ऐसी नौबत?

पटना के बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल में बिहार बोर्ड की गलती से दो लड़कों को लड़कियों के सेंटर पर परीक्षा देनी पड़ी। जिसकी वजह थी एडमिट कार्ड पर नाम के आगे कुमार की बजाय कुमारी लिखा होना।

Sandeep लाइव हिन्दुस्तान, पटनाFri, 16 Feb 2024 12:56 PM
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बिहार में मैट्रिक परीक्षा का आगाज हो गया है। बिहार बोर्ड 1585 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा करा रहा है। इस बार 16 लाख 94 हजार 781 बच्चे मैट्रिक परीक्षा दे रहे। इनमें 8 लाख से ज्यादा छात्राएं और 8 लाख 72 हजार से ज्यादा छात्र शामिल हैं। लेकिन राजधानी पटना के गर्ल्स एग्जाम सेंटर पर अनोखी घटना घटी। जब लड़कियों के परीक्षा केंद्र पर दो लड़के एग्जाम देने पहुंच गए। जिसके देखकर परीक्षा में तैनात अधिकारी भी दंग रह गए। यही नहीं दोनों लड़कों को गर्ल्स एग्जाम सेंटर में परीक्षा दिलाई गई।

जिसकी वजह बताई जारी है कि दोनों लड़कों के एडमिट कार्ड पर नाम के आगे कुमार की जगह कुमारी लिखा हुआ था। जिसके चलते दोनों लड़कों का परीक्षा केंद्र लड़कियों के सेंटर पर पड़ गया। जिसके बाद उसी सेंटर पर अलग कमरे में दोनों को परीक्षा दिलाई गई। ये पूरा  मामला पटना के बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल का है। जिसे आदर्श सेंटर माना जाता है। परीक्षा से पहले सेंटर को फूलों से सजाया गया था। 


राज्यभर में गुरुवार से वार्षिक मैट्रिक परीक्षा की शुरुआत हो गई। बिहार बोर्ड के आदेश का असर दिखा। अधिकांश परीक्षार्थी और अभिभावक निर्धारित समय से पहले ही केन्द्रों पर पहुंच गए थे। पहले दिन 24 परीक्षार्थी नकल के आरोप में निष्कासित किए गए। नवादा से दूसरे की जगह परीक्षा देते एक छात्र को पकड़ा गया।

परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि राज्यभर में पहले दिन की परीक्षा शांतिपूर्ण रही है। पहले दिन मातृभाषा की परीक्षा दोनों पाली में हुई। उन्होंने राजकीय बालिका उवि गर्दनीबाग, कमला नेहरू बालिका उवि यारपुर, एसआरपीएस राजकीय प्लस टू विद्यालय गर्दनीबाग एवं दयानंद विद्यालय मीठापुर का औचक निरीक्षण किया।

बिहार बोर्ड ने लापरवाही बरतने के आरोप में दयानंद बालक विद्यालय, मीठापुर के केंद्राधीक्षक को पांच वर्षों के लिए काली सूची में डाल दिया है। इन पर निरीक्षण के क्रम में उच्चाधिकारियों को गलत सूचना देने, लापरवाही बरतने और भ्रामक प्रतिवेदन देने का आरोप है।

बोर्ड ने उन्हें पांच वर्षों के लिए काली सूची में डालने का निर्देश दिया है। अध्यक्ष ने परीक्षा केंद्रों - एसआरपीएस राजकीय प्लस टू विद्यालय, गर्दनीबाग एवं दयानंद बालक विद्यालय, मीठापुर का निरीक्षण किया आ पर परीक्षा के संचालन के संबंध में जारी निर्देशों के अनुपालन में लापरवाही पाई गई। दोनों केंद्रों के अधीक्षक को हटाने का निर्देश दिया गया।
 

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