Hindi Newsबिहार न्यूज़This time Patna Municipal Corporation created control room to save Patna from Water logging

नगर निगम का दावा, इस बार पटना में नहीं होगा जल जमाव, किया ये प्रबंध...

पिछले वर्ष हुए पटना में जल प्रलय को देखते हुए इस बार नगर निगम विशेष तैयारी का दावा कर रहा है। इसी के तहत नगर निगम क्षेत्र में बारिश के मौसम में जलजमाव के साथ अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए नियंत्रण...

Malay Ojha पटना, हिन्दुस्तान टीम, Tue, 16 June 2020 09:24 AM
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पिछले वर्ष हुए पटना में जल प्रलय को देखते हुए इस बार नगर निगम विशेष तैयारी का दावा कर रहा है। इसी के तहत नगर निगम क्षेत्र में बारिश के मौसम में जलजमाव के साथ अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है। नियंत्रण कक्ष 16 जून से लेकर 15 अक्टूबर तक 24 घंटे कार्य करेगा और पटना के लोगों की शिकायत सुन कर उसे दूर करेगा। इस संबंध में कार्यालय आदेश जारी किया गया है। 

नियंत्रण कक्ष तीन पाली में काम करेगा और इसके लिए तीन टीम बनायी गई है। यह टीम रोस्टर वाइज नियंत्रण कक्ष में कार्य करेगी। प्रथम पाली में सुबह छह बजे से दो बजे तक, द्वितीय पाली दो बजे से रात 10 बजे तक और तृतीय पाली में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक कार्य करेगी। नियंत्रण कक्ष दूरभाष पर शिकायत प्राप्त करने और उसके निराकरण के लिए संबंधित पदाधिकारी को सूचित करेगी, ताकि शिकायत का निपटारा तत्काल किया जा सके। तीनों टीम में कुल वरीय प्रभारी, प्रभारी पदाधिकारी समेत अन्य कुल 22 लोगों को प्रतिनियुक्त किया गया है। प्रत्येक टीम के लिए एक प्रभारी पदाधिकारी बनाया गया है। नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभारी पदाधिकारी के तौर पर अपर नगर आयुक्त (सफाई) को बनाया गया है।  

ऐसे दूर होगी समस्या
नियंत्रण कक्ष के नंबर पर आने वाले शिकायतों का रजिस्टर मेंटेंन होगा। तीनों पालियों का अलग-अलग होगा शिकायत रजिस्टर। नियंत्रण कक्ष संबंधित सफायी निरीक्षक,मुख्य सफायी निरीक्षक,नगर प्रबंधक और कार्यपालक पदाधिकारी को सूचित कर शिकायत को त्वरित निपटारा के लिए कहेंगे। शिकायत दूर हुई कि नहीं इसकी रिपोर्ट नियंत्रण कक्ष संबंधित पदाधिकारी से लेगा। साथ ही नियंत्रण कक्ष शिकायत करने वाले से भी फीडबैक लेगा। शिकायत दूर होने के बाद ही रजिस्टर पर निष्पादित लिखा जाएगा। 

सभी कार्यपालक पदाधिकारियों की यह जिम्मेदारी होगी कि नियंत्रण कक्ष से प्राप्त होने वाली शिकायतों का सौ फीसदी निपटारा कम से कम समय में करेंगे। जल निकासी के लिए नालों की सफायी, कच्चे नालों की कटायी, पंप लगाने के मामले को त्वरित कार्य करना है। अंचलों में पर्याप्त मात्रा में डीजल और विद्युत पंपों को तैयार रखेंगे। जलजमाव वाले स्थलों पर कार्य तेजी करना है। पंपों का परिवहन बाधित नहीं हो इसके लिए सभी सफायी निरीक्षकों को प्रत्येक वार्ड के हिसाब से 2000 रुपये उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। सभी नगर प्रबंधक प्रतिदिन शाम चार बजे तक शिकायतों के निपटारा का रिपोर्ट नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराएंगे। 

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